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अल्मोड़ा के चित्तई गोलू देवता: न्याय के देवता की अटूट आस्था

अल्मोड़ा, उत्तराखंड — देवभूमि के नाम से प्रसिद्ध उत्तराखंड में एक ऐसा मंदिर है जहां भक्त अदालतों में नहीं, बल्कि भगवान के दरबार में न्याय मांगने आते हैं। यह है चित्तई गोलू देवता का मंदिर, जो न्याय के देवता के रूप में विख्यात है।

हर दिन यहां सैकड़ों श्रद्धालु पहुंचते हैं — कोई अपनी मनोकामना लेकर, तो कोई अपने दुखों का समाधान पाने के लिए। सबसे खास बात यह है कि भक्त कागज़ पर अपनी प्रार्थना लिखकर घंटियों के साथ मंदिर परिसर में बांधते हैं। मंदिर में लटकी हजारों घंटियां इस विश्वास की गवाही देती हैं कि यहां मांगी गई हर प्रार्थना सुनी जाती है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि गोलू देवता सच्चे और निर्दोष भक्तों की पुकार जरूर सुनते हैं। कहा जाता है कि जब किसी को अन्याय का सामना करना पड़ता है, तो वह अदालत नहीं बल्कि गोलू देवता के दरबार में अपनी याचिका लगाता है — और जब न्याय मिलता है, तो भक्त वापस आकर देवता को धन्यवाद स्वरूप घंटी चढ़ाते हैं।

पर्यटकों के लिए यह स्थान सिर्फ एक धार्मिक केंद्र नहीं, बल्कि लोक आस्था और परंपरा का जीवंत उदाहरण है।

विनय मिश्रा
आल इंडिया मीडिया एसोसिएशनस
लखनऊ

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