केंद्र ने पश्चिमी घाट में वन उल्लंघन, भूस्खलन की चिंताओं के कारण येत्तिनाहोल परियोजना को मंजूरी टाली
नयी दिल्ली: नौ नवंबर (भाषा) केंद्र सरकार ने कर्नाटक की येत्तिनाहोल पेयजल परियोजना के तहत एक अहम नहर के घटक की कार्योत्तर मंजूरी टाल दी है। इसमें बड़े पैमाने पर अनधिकृत कार्य, जंगलों में मलबा डालना और वन्यजीवों व पर्यावरण के लिए गंभीर खतरे पाए गए हैं।पर्यावरण मंत्रालय की सलाहकार समिति ने 27 अक्टूबर को अपनी बैठक में कहा कि ऐसी शिकायतें मिली हैं कि येत्तिनाहोल परियोजना के पहले चरण के कारण पहले ही बड़े पैमाने पर भूस्खलन हो चुका है और पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील पश्चिमी घाटों को क्षति पहुंची है और उपयोगकर्ता एजेंसी के दावे के मुताबिक संबंधित जिलों में पेयजल भी उपलब्ध नहीं कराया जा सका है।