आज यहां उपस्थित घाटशिला विधानसभा के सभी लोगों को बहुत बहुत आभार और जोहार। बहुत विशेष परिस्थिति में उपचुनाव होता है।
आज यहां उपस्थित घाटशिला विधानसभा के सभी लोगों को बहुत बहुत आभार और जोहार। बहुत विशेष परिस्थिति में उपचुनाव होता है। आपको मालूम है कि हम लोगों के घाटशिला से विधायक और मंत्री रामदास सोरेन जी हम लोगों के बीच अब नहीं हैं।
और झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के लिए यह साल बहुत ही दुखदायी रहा है। झारखण्ड समेत देश के आदिवासी मूलवासी समुदाय के लिए यह बहुत बड़ी दुःख की घड़ी रही क्यूंकि पूरे भारत देश के आदिवासी समुदाय के सबसे बड़े, अगुआ मार्गदर्शक आदरणीय दिशोम गुरुजी का निधन हुआ।
और न जाने क्या मंजूर था ऊपर वाले को कि आदरणीय दिशाेम गुरुजी के निधन के कुछ दिनों बाद ही रामदास दा का भी निधन हो गया।