कान्हा वस्ते गुरु गोबिंद, गुरु नानक वस्ते राम। पाकि करे बेगाना क्यों,हिन्दुओं से ननकाना धाम।।
होशियारपुर: 06 नवंबर,2025 (बूटा ठाकुर गढ़शंकर)विश्वभर की समस्त कायनात के सांझे मार्गदर्शक श्री गुरु नानक देव जी के पावन प्रकाश महोत्सव के मौके पूरा आलम सराबोर है। हर किसी की दिली ख्वायश है कि वह श्री ननकाना साहिब की पावन धरती पर नतमस्तक हो सके। पर नापाक पड़ोसी मुल्क जिसने इस पावन अवसर मौके भी जहर घोलने का काम किया। पता चला है कि भारत के विभिन्न राज्यों से ननकाना साहिब जाने की इच्छा रखने वालों को वाहगा बॉर्डर से करीब 14 हिन्दुओं को इस लिए वापिस किया गया कि वह सिख नहीं हैं। जबकि उनकी सभी औपचारिकता संपूर्ण थी। बॉर्डर पर तैनात पाकि अधिकारियों ने उनकी एक ना सुनी और उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ा। इस घटना की देशभर में कड़ी आलोचना की जा रही है। हालांकि ऐसे में पाकि की तरफ से बयान जारी किया गया कि यह वही हिंदू लोग थे जो 1999 में कारगिल युद्ध के दरम्यान पाकि छोड़कर भारत चले गए थे। यहां पर सवाल यह खड़ा होता है कि यदि हकीकत में ऐसा ही है तो क्या पाकि अधिकारियों ने उन श्रद्धालुओं से ऐसा व्यवहार रंजिशवश किया? यदि हां तो यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। क्योंकि वे कानूनी प्रक्रिया तहत भारत में आए और कानूनी प्रक्रिया तहत ही ननकाना साहिब जाना चाहते थे। यह उनका मानवीय अधिकार है। इस बार फिर से पाकि द्वारा धर्म पूछ कर घिनौनी हरकत की गई। अब देखना होगा कि भारत सरकार क्या एक्शन लेती है?
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