
पीलीभीत में अनोखा ट्रैफिक अभियान, हेलमेट वालों को गुलाब, बिना हेलमेट वालों को 'जीवनदान'
शैली
पीलीभीत (उत्तर प्रदेश)। सड़क सुरक्षा को लेकर पीलीभीत में एक दिल को छू लेने वाली पहल देखने को मिली। अक्सर जुर्माने और सख्ती के लिए पहचाने जाने वाले यातायात नियमों के प्रति जागरूकता के इस अभियान में 'नेकी की दीवार' संस्था ने प्रशासन के साथ मिलकर सज़ा की जगह सम्मान और प्रोत्साहन का रास्ता चुना।
गौहनिया चौराहा पर बुधवार को चलाए गए इस संयुक्त अभियान में एक अनोखा दृश्य था:
* जागरूकता का सम्मान: जो बाइक सवार पहले से ही हेलमेट पहनकर चल रहे थे, उन्हें अधिकारियों ने गुलाब का फूल देकर उनकी प्रशंसा की।
* सुरक्षा का तोहफ़ा: वहीं, बिना हेलमेट वाले चालकों को चालान या दंड देने के बजाय, उन्हें मुफ्त हेलमेट भेंट किए गए।
एआरटीओ वीरेंद्र सिंह, सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी, और एसएसबी के उप कमांडेंट गोपाल नंद सुंदरा ने स्वयं अपने हाथों से इन चालकों को हेलमेट पहनाया और उन्हें सुरक्षा का महत्व समझाया। करीब 20 लोगों को हेलमेट वितरित किए गए, जबकि 15 से अधिक जागरूक चालकों को गुलाब से सम्मानित किया गया। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि हेलमेट केवल नियम नहीं, बल्कि जीवन की रक्षा के लिए अनिवार्य है। इस मानवीय दृष्टिकोण वाले प्रयास में 'नेकी की दीवार' संस्था के सदस्य भी सक्रिय रहे।
🚨 शीर्षक 2: "हेलमेट लगाओ और गुलाब पाओ": पीलीभीत में 'नेकी की दीवार' व प्रशासन ने बांटा तोहफ़ा, 20 चालकों को मिला मुफ्त हेलमेट
शैली: सीधा और तथ्यात्मक (Straightforward & Factual)
पीलीभीत: यातायात जागरूकता। जिले में सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से बुधवार को गौहनिया चौराहा पर एक संयुक्त अभियान चलाया गया। सामाजिक संस्था 'नेकी की दीवार' ने स्थानीय प्रशासन (एआरटीओ, सीओ सिटी, एसएसबी) के सहयोग से इस पहल का संचालन किया।
अभियान का मुख्य फोकस वाहन चालकों को हेलमेट पहनने के लिए प्रेरित करना था, जिसके लिए सम्मान और प्रोत्साहन का रास्ता अपनाया गया।
| श्रेणी | कार्रवाई | संख्या (लगभग) |
|---|---|---|
| हेलमेट पहनने वाले | गुलाब का फूल देकर सम्मान | 15 से अधिक |
| बिना हेलमेट वाले | मुफ्त हेलमेट वितरण और जागरूकता | 20 |
इस दौरान एआरटीओ वीरेंद्र सिंह, सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी, और एसएसबी के उप कमांडेंट गोपाल नंद सुंदरा ने स्वयं बिना हेलमेट वाले चालकों को हेलमेट पहनाकर सुरक्षित यातायात के लिए प्रेरित किया। टीएसआई रघुवेंद्र सिंह और संस्था के सदस्य (गुरमेल सिंह, अमन, अदनान, आदि) भी इस सराहनीय प्रयास में मौजूद रहे।
🌟 शीर्षक 3: पीलीभीत: मानवीय दृष्टिकोण से सड़क सुरक्षा! 'नेकी की दीवार' ने चालान की जगह बाँटे हेलमेट, चालकों को दिया 'जीवन सुरक्षा' का संदेश
शैली: फीचर/मानवीय (Feature/Human Interest)
पीलीभीत। गौहनिया चौराहा बुधवार को एक अलग ही ट्रैफिक चेकिंग का गवाह बना, जहाँ इंसानियत और जागरूकता ने सज़ा को पीछे छोड़ दिया। 'नेकी की दीवार' नामक सामाजिक संस्था और स्थानीय प्रशासन ने मिलकर एक ऐसा अभियान चलाया, जिसने सिद्ध कर दिया कि प्रोत्साहन और सम्मान, नियम पालन के लिए सबसे प्रभावी तरीके हैं।
जब अधिकारी और संस्था के सदस्य सड़क पर उतरे, तो उनका ध्यान चालान काटने पर नहीं, बल्कि जागरूकता फैलाने पर था।
* सराहना: जिन्होंने ज़िम्मेदारी निभाई और हेलमेट पहना था, उन्हें गुलाब के फूल के साथ सार्वजनिक रूप से सराहना मिली।
* सहायता: जो लोग बिना हेलमेट के थे, उन्हें शर्मिंदा करने के बजाय, उन्हें बिल्कुल मुफ्त हेलमेट का तोहफ़ा दिया गया।
एआरटीओ, सीओ सिटी, और एसएसबी के उप कमांडेंट जैसे वरिष्ठ अधिकारियों ने स्वयं यह हेलमेट वितरण किया, जिससे लोगों पर इस पहल का गहरा असर हुआ। संस्था ने लगभग 20 जीवन रक्षक हेलमेट वितरित किए। इस पहल ने पीलीभीत के नागरिकों को यह महत्वपूर्ण संदेश दिया कि सड़क सुरक्षा एक सरकारी नियम नहीं, बल्कि स्वयं और परिवार के लिए जीवन रक्षा का अनिवार्य कदम है।
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