logo

संगीत मंच परिवार संस्थान का दीपावली मिलन समारोह धूमधाम से सम्पन्न।

@ झालावाड़, 05 नवम्बर,संगीत मंच परिवार संस्थान, झालावाड़ द्वारा मंगलवार रात्रि राजराजेश्वर मंदिर परिसर में दीपावली मिलन समारोह हर्षोल्लास एवं सांस्कृतिक रंगारंग कार्यक्रमों के साथ सम्पन्न हुआ।

कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। संस्थान के सदस्य रामलाल शर्मा द्वारा गणेश वंदना प्रस्तुत की गई। उपाध्यक्ष चेतन शर्मा ने “तेरे मेरे सपने अब से हैं अपने” गीत से कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके पश्चात़ कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह लिया।

हबीब खान "रुख से जरा नकाब" कोमल टेलर ने “ खिलते है गुल यहा, कोषाध्यक्ष-धनीराम समर्थ ने तु मेरी जिंदगी है” गीत प्रस्तुत किया, वहीं बाल मुकुंद वर्मा ने बस यही अपराध में हर बार करता हूँ” संचालक सदस्य कमल गुप्ता ने "तेरे होठों के दो फूल प्यारे-प्यारे" गीत से सबका ध्यान आकर्षित किया। रामलखन ने "खुदा भी आसमां से" विजय यादव ने "घुंघरू की तरह" हरीश शर्मा ने "मेरे दिल में आज क्या है"। संस्थान के अध्यक्ष सिंगर असलम खान के द्वारा "अभी अलविदा ना कहना" देवेंद्र राजपुरोहित ने "दूर रहकर ना करो बात" सुरेश गौतम ने "दिल ने फिर किया याद" मास्टर गौतम ने "जीना यहां मरना यहां" कैलाश व्यास ने "बदल जाए अगर माली गाकर माहौल को भावनात्मक रंगों से भर दिया।

संस्थान के महासचिव राकेश अग्रवाल ने धार्मिक गीत प्रस्तुत किया—“ सत्यम शिवम सुंदरम” गाया—जिससे पूरा हॉल भक्ति रस में डूब गया। जय कश्यप ने "किसी राह पर किसी मोड़ पर" महेंद्र कश्यप ने बिना वाद्य यंत्र के प्रस्तुति दी। वाहिद खान ने "जब कोई तुम्हारा ह्रदय तोड़ दे" असलम खान एवं जया कश्यप ने युगल गीत “जनम जनम का साथ है” प्रस्तुत कर खूब तालियां बटोरीं एवं "रिमझिम के गीत सावन गाकर माहौल को संगीत में बना दिया।

इस अवसर पर डॉ. जितेन्द्र कानोडे , पंकज खण्डेलवाल "जब दीप जले आना", जीशान अली ने "पहला नशा" गाया इस दौरान मनीष कश्यप मिथलेश कश्यप, रमेश पंजाबी, महेंद्र कश्यप आदि श्रोताओं सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। संचालन राकेश अग्रवाल एवं अध्यक्ष असलम खान सिंगर ने किया।

अंत में देवेंद्र राजपुरोहित ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।

97
2708 views