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बुरहानपुर आयुर्वेदिक कॉलेज एवं चिकित्सालय के लिए बड़ी सौगात,16.75 करोड़ की मिली स्वीकृति।

बुरहानपुर आयुर्वेद कॉलेज एवं चिकित्सालय के लिए बड़ी सौगात, अर्चना चिटनिस की मांग पर 16.75 करोड़ की मिली स्वीकृति


रिपोर्टर
भगवानदास शाह

बुरहानपुर। मध्यप्रदेश शासन के आयुष विभाग ने बुरहानपुर जिले के पंडित शिवनाथ शास्त्री शासकीय स्वशासी आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में छात्र-छात्राओं के लिए नए छात्रावास भवनों एवं फार्मेसी भवन के निर्माण हेतु 16 करोड़ 75 लाख रुपए की स्वीकृति प्रदान की है। यह निर्णय क्षेत्र की जनभावनाओं और लंबे समय से चली आ रही आवश्यकता की पूर्ति की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। श्रीमती चिटनिस स्वीकृति पर मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव एवं आयुष मंत्री इंदरसिंह परमार का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस महत्वपूर्ण स्वीकृति के पीछे विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) के निरंतर प्रयास, साधारण सभा की बैठक में रखी गई मांग, सतत संवाद और दृढ़ संकल्प की बड़ी भूमिका रही है। उन्होंने लगातार शासन स्तर पर बुरहानपुर के आयुर्वेद महाविद्यालय और चिकित्सालय की सुविधाओं के विस्तार के लिए पहल की।
श्रीमती अर्चना चिटनिस ने बताया कि शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय बुरहानपुर में 50 सीटर बालिका छात्रावास हेतु 4 करोड़ 18 लाख की स्वीकृति दी गई है। वहीं 100 सीटर नए बालक छात्रावास भवन निर्माण हेतु 7 करोड़ 70 लाख की स्वीकृति प्रदान की गई है। इसी प्रकार फार्मेसी भवन निर्माण हेतु 4 करोड़ 86 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई है। जिससे छात्र-छात्राओं को बेहतर आवासीय सुविधा और अध्ययन हेतु अनुकूल वातावरण मिलेगा। श्रीमती चिटनिस ने इस उपलब्धि पर कहा यह स्वीकृति बुरहानपुर के विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिए एक बड़ा कदम है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव जी के नेतृत्व में प्रदेश में आयुष शिक्षा और चिकित्सा सेवाओं के विस्तार का यह उत्कृष्ट उदाहरण है। बुरहानपुर में एक सक्षम और आधुनिक आयुर्वेद संस्थान के निर्माण का हमारा सपना अब साकार हो रहा है।
गौरतलब है कि श्रीमती चिटनिस लंबे समय से बुरहानपुर आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय के उन्नयन, भवन निर्माण, और नई सुविधाओं के विकास के लिए सतत प्रयासरत हैं। उनकी इसी लगन और मेहनत का परिणाम है कि यह स्वीकृति बुरहानपुर को प्राप्त हुई है।यह निर्णय बुरहानपुर जिले के स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र को नई दिशा देने वाला साबित होगा।
9 दिसंबर 2024 को भोपाल में पंडित शिवनाथ शास्त्री शासकीय स्वशासी आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय बुरहानपुर की साधारण सभा की बैठक हुई थी। बैठक में आयुष मंत्री इंदरसिंह परमार, विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी), आयुष विभाग प्रमुख सचिव डीपी अहूजा एवं बुरहानपुर महापौर श्रीमती माधुरी अतुल पटेल सहित अधिकारीगण शामिल थे। बैठक में श्रीमती अर्चना चिटनिस ने व्याख्याताओं, छात्रावास सहित महाविद्यालय-चिकित्सालय में व्यवस्थाओं-सुविधाओं की पूर्ति हेतु मांग रखी थी बैठक में ही मंत्री इंदरसिंह परमार ने स्वीकृति जारी की थी। जिसके आदेश 10 अक्टूबर 2025 को प्रसारित किए गए।
श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि महाविद्यालय की मान्यता निरंतर बनाए रखने के लिए आवश्यक मापदण्डों की पूर्ति रहे, यह सुनिश्चित करना अतिआवश्यक है। जिस पर मंत्री श्री परमार ने सभी पूर्ति सुनिश्चित करने हेतु संबंधितों को निर्देशित किया है।
उल्लेखनीय है कि बुरहानपुर के पंडित शिवनाथ शास्त्री शासकीय स्वशासी आयुर्वेद महाविद्यालय की आवश्यक मापदण्डों की पूर्ति न होने के कारण निरस्त होती रही है। श्रीमती अर्चना चिटनिस के प्रयासों के परिणाम स्वरूप पुन: प्रवेश मान्यता को लेकर मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव, आयुष मंत्री इंदरसिंह परमार सहित संबंधित अधिकारियों से मुलाकात कर महाविद्यालय की मान्यता निरंतर बनी रहे इस हेतु अनुरोध किया था। किए गए प्रयासों के परिणाम स्वरूप बुरहानपुर के पंडित शिवनाथ शास्त्री शासकीय स्वशासी आयुर्वेद महाविद्यालय क मान्यता पुनः बहाल हो सकी थी।
ज्ञात हो कि श्रीमती अर्चना चिटनिस ने शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय बुरहानपुर को बंद प्रायः अवस्था से नियमित अध्यापन कार्य की अवस्था प्रारंभ कराने और डिस्पेंसरी को व्यवस्थित और सुचारू रूप से संचालित कराने के लिए लगातार प्रयास करती रही है। महाविद्यालय को 2 दशक पूर्व की अवस्था से बेहतर स्थिति में संचालन कराने की व्यवस्था अंतर्गत लगभग 10 वर्ष पूर्व 12 करोड़ रूपए भवन, यंत्र एवं फर्निचर आदि हेतु स्वीकृत कराकर भवन निर्माण का कार्य कराया गया है। इतना ही नहीं मध्यप्रदेश शासन आयुष विभाग से आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी एवं व्याख्याताओं की नियुक्ति कराकर शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय बुरहानपुर को शीघ्र ही पुनः जीवित करने की परिस्थिति प्राप्त कराने में सफलता हासिल की थी। किन्तु यहां से प्रोफेसर सहित अन्य स्टॉफ ने अपनी प्रतिनियुक्ति अन्य स्थानों पर करा ली थी, जिससे महाविद्यालय में प्रोफेसरों एवं स्टॉफ की कमी हो गई थी। जिसके बाद श्रीमती चिटनिस ने लगातार प्रयास करते हुए प्रोफेसरों की प्रतिनियुक्ति को समाप्त कराते हुए पुनः महाविद्यालय में पदस्थापना कराई। जिससे यहां अध्ययनरत विद्यार्थियों एवं क्षेत्रवासियों को सुविधाएं मिलने लगी हैं।

दिनांक:- 05 नवंबर 2025
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