
खिलाड़ी था या कबूतर बाज,
गैंगस्टर करते अपना राज।
पुलिस प्रशासन नाकाम है दिखता,
मौत का तांडव, खामोश आवाज।।
होशियारपुर: 05 नवंबर,2025
(बूटा ठाकुर गढ़शंकर)
इंसान के वजूद को कुदरत फना करे तो जैसे तैसे सब्र कर लिया जाता है अर्थात रब्ब की रजा मान लिया जाता है।
पर जब इंसान अपनी मौत को खुद ही दावत दे दे तो क्या किया जाए। इंसान के अंदर मन की शांति,सहनशीलता व क्षमा याचना जैसे गुण तो गायब ही हो रहे हैं,जिससे रंजिशवश अपराधों की श्रृंखला ने मारू रूप धारण कर लिया है।
बात करें पंजाब के जिला खन्ना के मानकी गांव में हुए हत्या कांड की तो इस घटना का भी मुख्य कारण रंजिश ही बताया गया है। बतादें कि गांव मानकी जो समराला थाने में पड़ता है, बीती रात वहां के तीन नौजवान दोस्त धर्मवीर धर्मा,गुरविंदर गिनदा और लवप्रीत लड्डू गांव की पुली पर बैठे थे करीब 9 बजे का वक्त था कि अचानक मोटर साइकिलों पर आए चार लोगों ने उन पर गोलियों से जान लेवा हमला बोल दिया जिससे गुरविंदर सिंह गेंदा की दर्दनाक मौत हो जाती है और धर्मवीर के पेट में गोली लगने से गंभीर हालत हो जाती है जिसे तुरंत चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया। लवप्रीत लड्डू अच्छी किस्मत के चलते बच गया। गुरविंदर के चाचा का कहना है कि उसका भतीजा कबड्डी का खिलाड़ी था पर पुलिस की तफ्तीश में उसे कबूतर बाज पाया गया उसे कबूतर पालने का शौक था। पुलिस का कहना है कि कबड्डी का खिलाड़ी तो मानकी गांव का किन्दा है जिससे सोशल मीडिया पर वायरल घटना गलत फहमी का शिकार हुई। उधर धर्मवीर के बयानों के आधार पर पहचान में आए पांच लोगों और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया।
यह कोई हैरान करने वाला नहीं है कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया,हैरानी तो इस बात की है कि पंजाब में आए दिन ऐसी खौफनाक वारदातें क्यों और कैसे हो रही हैं, लोगों के पास हथियार क्यों और कहां से आ रहे हैं, अपराधी लोगों के हौसले क्यों बढ़ रहे हैं? क्या नशे बंदी की तरह हथियारों की धड़ पकड़ करने के लिए भी तलाशी अभियान चलाने की जरूरत नहीं है? आप इस बाबत क्या सोचते हैं ?