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आष्टा नगर पालिका ने 85 आउटसोर्स कर्मचारियों को निकाला

आष्टा नगर पालिका ने 85 आउटसोर्स कर्मचारियों को निकाला

कर्मचारियों ने जमकर किया प्रदर्शन, लगाया मनमानी का आरोप
नगर पालिका परिषद
आष्टी जिला सीहोर
,। आष्टा नगर पालिका में

सोमवार को आउटसोर्स कर्मचारी पहुंचे और जमकर प्रदर्शन किया कर्मचारियों का आरोप था कि हमें बिना सूचना के हटा दिया जब वह आंदोलन कर रहे थे धरना प्रदर्शन कर रहे थे एक घंटे तक कोई भी जिम्मेदार नहीं पहुंचा, आउटसोर्स कर्मचारी ने कहा है कि हम इसकी शिकायत जल्द ही कलेक्टर से भी करेंगे। बता दे की आष्टा नगर पालिका हमेशा सुर्खियों में रहती है कभी अटल प्रतिमा तो कभी निर्माण कार्यों का मामला और अब 85 आउटसोर्स कर्मचारी का करीब 1 साल पहले नगर पालिका ने टेंडर निकालकर ठेकेदार के द्वारा रखा था और ठेकेदार को भुगतान किया जाता था और ठेकेदार इन 85

कर्मचारियों को भुगतान करता था अब ठेकेदार ने इन्हें हटा दिया है।

जब हटाना ही था तो रखा क्यों

सोमवार को आउटसोर्स कर्मचारी नगर पालिका कार्यालय पहुंचे और सबसे पहले उन्होंने नगर पालिका गेट के सामने जमकर नारेबाजी और धरना प्रदर्शन किया उनका आरोप था कि जब हटाना ही था तो फिर रखा क्यों पूरी परिषद मिली हुई है हम गरीब जाएं तो जाएं कहां हमने उधार लेकर इधर-उधर से घर चला रहे हैं और अब नौकरी भी गई।

शिकायत कोई सुनने वाला नहीं

आउटसोर्स कर्मचारी रीना बाई, जितेंद्र सिंघम ने बताया कि आउटसोर्स कर्मचारी को बिना सूचना के ठेकेदार ने हटा दिया है अब परिवार का भरण पोषण कैसे होगा वही शासन की गाइडलाइन अनुसार कलेक्टर रेट के भी पूरे साल भर तनख्वाह नहीं दी गई कभी 7000 कभी 8900 कभी 9600 यहां तक की 22 महीने का पीएफ भी नहीं दिया गया और अब अचानक हटा दिया गया आउटसोर्स पर रखने के लिए कहीं से 250000

की रिश्वत भी ली। सभी ने कहा कि शासन के गाइडलाइन हमारी तनख्वाह आई है और ठेकेदार ने हमें कम दिए बाकी कहां गई राशि कहीं ठेकेदार को मिली भगत से लाभ तो नहीं पहुंचाया गया इन सभी समस्याओं को लेकर हम नगर पालिका आए हैं लेकिन यहां भी हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है यहां सुनवाई नहीं हुई तो हम जल्द ही कलेक्टर से मिलेंगे। इधर रामप्रसाद, लताबाई ने बताया कि हमारा भी 22 महीने से जीएफ नहीं मिला है हम इधर-उधर से उधार लेकर घर चलाने को मजबूर है 1 से 10 तारीख के बीच में हमारी तनख्वाह मिलना चाहिए लेकिन पूरा महीना निकल जाता है शिकायत करो तो हटाने की धमकी देते हैं।

आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को ठेकेदार ने रखा था

इस संबंध में जब हमने नगर पालिका आष्ठा के सीएमओ विनोद प्रजापति से चर्चा की तो उन्होंने कहा कि हमने आउटसोर्स कर्मचारी को रखा ही नहीं तो हटाने का सवाल ही नहीं हमने टेंडर निकला था और ठेकेदार ने ही इन सब कर्मचारियों को रखा था अब टेंडर नहीं निकला ठेका खत्म इसलिए हटाना पड़ा। नगर पालिका की वित्तीय स्थिति बहुत खराब है फिर भी मैं 6 महीने के अंदर व्यवस्था में सुधार कर दूंगा और 2 महीने का पीएफ भी कर्मचारियों के खाते में जल्द ही डाल दूंगा।

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