ग्राम तेडवा में धूमधाम से मनाया गया 69वां धम्मचक्र प्रवर्तन दिन,-दुय्यम कव्वाली में भीम-बुद्ध गीतों का वैचारिक संगम
महाराष्ट्र दासगांव से मिथुन गजभिऐ की रिपोर्ट
गोंदिया। दासगांव ग्रामीण क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम तेडवा में भारतीय बौद्ध महासभा शाखा तेडवा के तत्वावधान में सिद्धार्थ बौद्ध विहार परिसर में 69वां धम्मचक्र प्रवर्तन दिन बड़े हर्ष और उत्साह के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता शाखा अध्यक्ष परनदास कोल्हाटकर ने की।
कार्यक्रम का शुभारंभ दोपहर में पूज्य भिक्खु आनंदबोधि (कोरनीघाट) के मार्गदर्शन में सामूहिक परित्राण पाठ से किया गया। सायंकाल डॉ. बाबासाहब आंबेडकर चौक से एक विशाल कैंडल यात्रा निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में बौद्ध अनुयायियों ने भाग लेकर धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस की गरिमा बढ़ाई। इस अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुओं के लिए सामूहिक भोजन की विशेष व्यवस्था भी की गई।
कार्यक्रम स्थल पर तथागत गौतम बुद्ध एवं भारत रत्न डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। शाम होते-होते वातावरण भीम-बुद्ध गीतों की प्रबोधन कव्वाली से गूंज उठा। कव्वाल खलील सैदा और निशा धोंगड़े ने सामाजिक चेतना और समरसता के संदेश से ओतप्रोत गीत प्रस्तुत कर उपस्थित जनसमुदाय को भावविभोर कर दिया।
कार्यक्रम के मुख्य मार्गदर्शक के रूप में भंते भदंत शाक्यपुत्र राहुल (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, भारतीय बौद्ध महासभा) उपस्थित रहे, जो महाबोधि महाविहार, बौद्धगया के अधिकारों की लड़ाई में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने अपने संबोधन में धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस के ऐतिहासिक महत्व तथा बुद्ध के विचारों के प्रसार पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ. राजेंद्र वैध (मिरावंत हॉस्पिटल, गोंदिया) के हाथों हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में सुनील आवडे (जिला अध्यक्ष, भारतीय बौद्ध महासभा), शशिकिरण नावकर (सपोनी, रावणवाड़ी), नूरलाल ऊके (सर्कल अध्यक्ष), दीपा चंद्रिकापुरे (सभापति, गोंदिया), राजकुमार मात्रे (शिक्षक), रंजीतसिंह बघेले (पुलिस, रावणवाड़ी), दीपक डाहाट, सिद्धार्थ नारनवरे, भाविकदास मेश्राम, सुशील गेड़ाम, बलिराम नेवारे (गोवारी समाज अध्यक्ष), इंदल मेश्राम (ढीवर समाज अध्यक्ष), राधेश्याम दखनवार (लोहार समाज अध्यक्ष), जगजीव पटले (पवार समाज अध्यक्ष) तथा सरपंच कौशल्या तुरकर उपस्थित रहे।
वैशाली खोब्रागड़े (विस्तार अधिकारी, गोरेगांव) ने शिक्षा और सामाजिक जागरूकता पर मार्गदर्शन दिया।
समिति के सचिव लक्ष्मीनारायण गणवीर, कोषाध्यक्ष राजपाल वासनिक, सहसचिव गुलजारीलाल कोल्हाटकर, उपाध्यक्ष अतुल कोल्हाटकर, आकाश कोल्हाटकर, विशाल गणवीर, और आदेश कोल्हाटकर सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
महिला समिति की भाग्यश्री कोल्हाटकर, शांता कोल्हाटकर, संघमित्रा कोल्हाटकर, सरिता गजभिये, ममता कोल्हाटकर, मनीषा वासनिक, अनीता कोल्हाटकर, पूर्णिमा कोल्हाटकर, लतिका कोल्हाटकर, सरिता गणवीर, मंजू कोल्हाटकर, बबिता गजभिये, स्मिता पटले, सीमा चौहान ने भी आयोजन में उल्लेखनीय सहयोग दिया।
युवा समिति के वंश वासनिक, सुबोध गजभिये, बिट्टू कोल्हाटकर, प्रिंस गजभिये, होमन्द्र वासनिक, रौनक कोल्हाटकर, विरु कोल्हाटकर, संगम घोड़ेश्वर, आदर्श कोल्हाटकर, समीर कोल्हाटकर, संजोग गणवीर ने भी आयोजन की व्यवस्था और अनुशासन बनाए रखने में सक्रिय योगदान दिया।
कार्यक्रम का संचालन एवं प्रस्तावना मिथुन (दादा) गजभिये ने किया, जबकि आभार प्रदर्शन रविन्द्रकुमार पटले (शिक्षक) ने किया।
धम्म, शिक्षा और सामाजिक समरसता के संदेश से ओतप्रोत यह आयोजन ग्राम तेडवा के इतिहास में एक प्रेरक और अनुकरणीय दिवस के रूप में दर्ज हो गया