
Jamshedpur तीसरी पूर्व क्षेत्रीय ब्लाइंड फुटबॉल चैंपियनशिप 2025 का आयोजन 1 से 3 नवंबर तक जमशेदपुर में
जमशेदपुर : दिव्यांग मार्गदर्शन ट्रस्ट झारखंड एवं इंडियन ब्लाइंड फुटबॉल फेडरेशन के संयुक्त तत्वावधान में जमशेदपुर के जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में विशेष रूप से दृष्टिहीन (ब्लाइंड) दिव्यांग महिला एवं पुरुष खिलाड़ियों के लिए तीसरी पूर्व क्षेत्रीय ब्लाइंड फुटबॉल चैंपियनशिप 2025 का आयोजन किया जा रहा है। यह प्रतियोगिता 1 नवंबर से 3 नवंबर 2025 तक तीन दिनों तक चलेगी।
इस चैंपियनशिप में पूर्वी भारत के विभिन्न राज्यों से पुरुषों की आठ टीमों एवं महिलाओं की सात टीमों सहित कुल 165 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं।
प्रतिभागी राज्य:
पुरुष वर्ग: पश्चिम बंगाल, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड, बिहार एवं मेजबान झारखंड।
(कुल 8 टीमें – 88 खिलाड़ी)
महिला वर्ग: पश्चिम बंगाल, हरियाणा, झारखंड, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, दिल्ली एवं बिहार।
(कुल 7 टीमें – 77 खिलाड़ी)
प्रतियोगिता प्रारूप:
तीन दिनों तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में मैच लीग-कम-नॉकआउट प्रणाली पर खेले जाएंगे।
पहले दो दिनों तक लीग चरण के मुकाबले होंगे, जिनमें पुरुष एवं महिला वर्ग में प्रतिदिन 8–8 मैच खेले जाएंगे।
अंतिम दिन सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबले आयोजित किए जाएंगे।
विजेता, उपविजेता और द्वितीय उपविजेता टीमों को पुरस्कार, प्रमाणपत्र एवं पदक देकर सम्मानित किया जाएगा।
तकनीकी सहयोग एवं व्यवस्था:
इंडियन ब्लाइंड फुटबॉल फेडरेशन ने प्रतियोगिता के संचालन हेतु 12 तकनीकी अधिकारियों की नियुक्ति की है, वहीं आयोजन को सफल बनाने में 20 वॉलंटियर्स सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
मेजबानी एवं प्रायोजन:
इंडियन ब्लाइंड फुटबॉल फेडरेशन के विशेष अनुरोध पर इस वर्ष की मेजबानी के लिए झारखंड राज्य के जमशेदपुर का चयन किया गया है। इससे पूर्व भी जमशेदपुर में राष्ट्रीय स्तर की नेत्रहीन खिलाड़ियों की प्रतियोगिता सफलतापूर्वक आयोजित हो चुकी है।
इस आयोजन के मुख्य प्रायोजक हैं —
चेशायर डिसेबिलिटी ट्रस्ट, जमशेदपुर झारखंड एवं चाइल्ड हेल्प फाउंडेशन।
सह प्रायोजक के रूप में जमशेदपुर फुटबॉल क्लब, टाटा स्टील फाउंडेशन–सबल, कृष्णा डायमंड, परिवर्तन और युवा संस्थाएँ सहयोग कर रही हैं।
नेतृत्व एवं सहयोग:
प्रेस वार्ता में दिव्यांग मार्गदर्शन ट्रस्ट झारखंड के निर्देशक जगन्नाथ बेहरा ने आयोजन की जानकारी देते हुए बताया कि “यह प्रतियोगिता झारखंड के लिए गर्व का अवसर है और इससे दृष्टिहीन खिलाड़ियों में आत्मविश्वास एवं खेल भावना का संचार होगा।”
प्रेस वार्ता को सफल बनाने में सचिव राजकुमार सिंह, प्रवक्ता श्याम कुमार शर्मा, नरेश कुमार एवं सचिन कुमार सिंह का विशेष योगदान रहा।