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इंडक आर्ट्स वेलफेयर काउंसिल द्वारा 'पंजाब रतन' पुरस्कार प्रदान किए गए ​18वां राज्य स्तरीय पुरस्कार समारोह

इंडक आर्ट्स वेलफेयर काउंसिल द्वारा 'पंजाब रतन' पुरस्कार प्रदान किए गए
​18वां राज्य स्तरीय पुरस्कार समारोह यादगार रहा
​पंजाबी संस्कृति, लोक संगीत का संरक्षण हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी - मनजीत सिंह बराड़
​संस्था द्वारा प्रकाशित पांच पुस्तकों का विमोचन किया गया।
​कोटकपूरा, 28 अक्टूबर (विशेष): इंडक आर्ट्स वेलफेयर काउंसिल (IAWC) द्वारा 18वां राज्य स्तरीय राज्य पुरस्कार समारोह – 2025 लव पंजाब फार्म, नेशनल हाईवे-54, कोटकपूरा में शानदार ढंग से संपन्न हुआ और अपनी अमिट छाप छोड़ी। संस्था के निदेशक प्रो. बाई भोला यमला और संरक्षक हरदीप सिंह किंगरा के योग्य मार्गदर्शन में आयोजित इस राज्य स्तरीय समारोह के मुख्य अतिथि फरीदकोट मंडल आयुक्त स. मनजीत सिंह बराड़ (आईएएस) रहे, जबकि विशेष अतिथियों में अर्जुन अवार्डी सुच्चा सिंह, एसडीएम कोटकपूरा सूरज कुमार, डॉ. गुरचरन कौर कोचर, डॉ. संदीप सिंह मुंडे, मदन जालंधरी, संतोख सिंह संधू, मान सिंह सुथार, अशोक विक्की बॉलीवुड, इकबाल सिंह सहोता, कुलदीप सिंह अटवाल शामिल थे। समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि मनजीत सिंह बराड़ मंडल आयुक्त फरीदकोट, एसडीएम सूरज कुमार, हरदीप सिंह किंगरा, संस्था के अध्यक्ष प्रोफेसर बाई भोला यमला और भिंदरजीत कौर रुपाणा ने दीप प्रज्वलित करके किया।
​बहुत ही प्रभावशाली इस समारोह के दौरान कला, साहित्य, संगीत, शिक्षा, गुरमत संगीत और लोक सेवा के क्षेत्रों में विशेष योगदान देने वाली शख्सियतों को मुख्य अतिथि मनजीत सिंह बराड़ मंडल आयुक्त फरीदकोट, हरदीप सिंह किंगरा, बाई भोला यमला, डॉ. गुरचरन कौर कोचर, अर्जुन अवार्डी सुच्चा सिंह, अशोक विक्की, इकबाल सिंह सहोता और रिदमजीत ने अपने कर कमलों से राज्य पुरस्कार प्रदान किए।
​इस अवसर पर IAWC राज रतन अवार्ड – 2025 से सम्मानित होने वाले व्यक्तियों में स. अजीत सिंह (समाज सेवा), स. बूटा सिंह गुलामीवाला (लोक साहित्य), श्री भगवान दास गुप्ता (समाज सेवा), स. गुरमेल सिंह बौडे (साहित्य), डॉ. हरजस कौर (गुरमत संगीत), डॉ. हरीश ग्रोवर (साहित्य शोध), डॉ. दविंदर कौर खुश धालीवाल (पंजाबी साहित्य), डॉ. सोनदीप मोंगा (शिक्षा), डॉ. राजेश शर्मा (शास्त्रीय संगीत), डॉ. टिक्का जे.एस. सिद्धू (लोक साहित्य), श्री जसवीर शर्मा दद्दाहूर (लोक कविता और कला), श्रीमती सुदेश कुमारी (लोक संगीत), श्री सुरिंदर फरिश्ता घुल्ले शाह (रंगमंच), श्री हरभजन हरी (संगीत), स. हरभजन सिंह सपरा (उम्र भर की उपलब्धियाँ), स. कुलजीत सिंह बेदी (सामाजिक सेवा), स. जसजीत सिंह गिल (पर्यावरण और जल सेवा), डॉ. रवि बांसल (चिकित्सा सेवा), स. सतबीर सिंह (सामाजिक सेवा) और श्री सरबजीत चीमा (लोक संगीत) शामिल हैं।
​इस समारोह के दौरान दर्शकों को पंजाबी संस्कृति की विरासत से जोड़तीं अनोखी प्रस्तुतियाँ — गिद्धा, भंगड़ा, लोक गीत, कविता पाठ और रंगमंच कार्यक्रम पेश किए गए, जिन्होंने दर्शकों का दिल जीत लिया। पंजाब के प्रसिद्ध कलाकार सरबजीत चीमा और प्रतिष्ठित कनाडाई कलाकार घुल्ले शाह ने अपनी प्रस्तुतियों से खूब समां बांधा। समारोह के दौरान काउंसिल द्वारा प्रकाशित दो पुस्तकों — “चुप शब्दां दी गूंज” और लेखक अजयब सिंह रुपाणा की पुस्तक “बरफ दा सेक”, कमलजीत कौर की "विरसे दे मोती", कौर बिंद की पुस्तक "बोलियां" समेत कुल पाँच पुस्तकों का विमोचन भी किया गया।
​इस मौके पर सबका स्वागत करते हुए हरदीप सिंह किंगरा ने कहा कि इंडक आर्ट्स वेलफेयर काउंसिल का उद्देश्य कला, साहित्य, शिक्षा, प्रशासन और लोक कल्याण के क्षेत्रों में विशेष योगदान देने वाली शख्सियतों को सम्मान देना है, ताकि और लोग भी सामाजिक और राष्ट्रीय सेवा के लिए प्रेरित हों।
​मुख्य अतिथि मनजीत सिंह बराड़ ने कहा कि संस्था द्वारा किए जा रहे प्रयास बहुत ही सराहनीय हैं। पंजाबी साहित्य विरासत और लोक संगीत को संभाल कर रखना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है। संस्था द्वारा "कला जीवन योजना" के तहत साहित्य, संगीत और संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए किए जा रहे प्रयास और साहित्यकारों, कलाकारों की मदद बहुत ही सराहनीय है। इस दौरान मंच संचालन साहिल कुमार हैप्पी और नीतू बाला ने बखूबी किया। इस अवसर पर भूपिंदर उतरेजा, नानक सिंह, कांशी चन्न, मदन जालंधरी, संतोख सिंह संधू, मनोहर सिंह धालीवाल, डॉ. ज्योति मांगट, बब्बी बाजाखाना, कुलदीप अटवाल, गुरसेवक मान, केपी सिंह, सहित विभिन्न क्षेत्रों के बुद्धिजीवी लोगों के साथ-साथ बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

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