गौ रक्षा की उड़ रही है धज्जियां गोपालक गाय पाल कर उसका दूध निकाल कर गायों को दरबदर ठोकर खाने के लिए छोड़ देते हैं
गौ रक्षा की उड़ रही है धज्जियां गोपालक गाय पाल कर उसका दूध निकाल कर गायों को दरबदर ठोकर खाने के लिए छोड़ देते हैं बीमार होने पर ना कोई इलाज करते हैं और वह लावारिस की मौत मर जाती हैं लेकिन गोपालको के लिए योगी सरकार की कोई योजना नहीं है आज भी शहर व नगर में गायों को आवारा कहा जाता है और हमारे भारत की परंपरा गाय को माता कह कर पुकारती है लेकिन गौ माता को दरवाजा इस प्रकार से पेट की रोटी के लिए ठोकर खाना पड़े रहा है ऐसे लापरवाह गोपालको के खिलाफ जब तक योगी सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठाएगी तब तक गौ माता की यही दशा बनी रहेगी इस पर गोपालको के लिए वह निरंतर अभियान और गौआधार का सरकार अभियान चलाये जिससे कि जो व्यक्ति गाय को पल रहा है । हर एक व्यक्ति के पास गौ आधार होना अनिवार्य किया जाए । समझ उत्थान जन सेवा कल्याण के अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह के अगुवाई में गाय को उपवन नगर निगम के वाहन द्वारा भेजा गया।