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गायत्री परिवार, समाज-संस्कृति-संस्कारों को पुष्पित-पल्लवित कर ऊर्जा का संचार कर रहा है: मुख्यमंत्री

भोपाल में प्रांतीय युवा चिंतन शिविर का भव्य शुभारंभ - डॉ. चिन्मय पंड्या ने युवाओं को दिया आत्मपरिष्कार का संदेश

भोपाल, 27 अक्टूबर। अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा भोपाल में आयोजित प्रांतीय युवा चिंतन शिविर का आज गरिमामय शुभारंभ हुआ। "व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण” के संकल्प के साथ आरंभ हुए इस शिविर में प्रदेशभर से सैकड़ों युवा प्रतिनिधि शामिल हुए।

शिविर में देवसंस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार के प्रतिकुलपति एवं अखिल विश्व गायत्री परिवार के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष, आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। अपने प्रेरणादायी उद्बोधन में डॉ. पंड्या ने युवाओं से कहा

“युवा शक्ति यदि आत्मपरिष्कार और समाजोत्थान के पथ पर अग्रसर हो जाए, तो युग परिवर्तन अवश्यंभावी है।"

उन्होंने युवाओं को आह्वान किया कि वे अपने विचारों में शुद्धता, कर्मों में निष्ठा और जीवन में उद्देश्यपूर्णता लाएँ। डॉ. पंड्या ने समाज में व्याप्त कुरीतियों और दुष्प्रवृत्तियों को समाप्त करने हेतु युवाओं को आगे आने की प्रेरणा दी। साथ ही उन्होंने वर्ष 2026 में होने जा रहे अखंड दीप एवं माता भगवती देवी शर्मा जी के जन्म शताब्दी समारोह की जानकारी भी दी।

कार्यक्रम का शुभारंभ युग निर्माण सत्संकल्प से हुआ, जहाँ "व्यक्ति निर्माण से युग निर्माण" के मंत्र से पूरा सभागार गुंजायमान हो उठा।इस अवसर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने कहा "गायत्री परिवार का यह आयोजन युवाओं में संस्कार, चिंतन और राष्ट्रभाव जागृत करने का श्रेष्ठ प्रयास है। आज के युवा ही आने वाले भारत के निर्माता हैं।"

कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री दुर्गादास यूईके, विधायक रामेश्वर शर्मा, मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद के उपाध्यक्ष मोहन नागर, गायत्री परिवार के केदार प्रसाद दुबे, जगदीश कुलमी, राजेश पटेल, विवेक चौधरी उपस्थित रहे।

शिविर के विभिन्न सत्रों में श्रेष्ठ चिंतन, व्यक्तित्व विकास, राष्ट्र सेवा और अध्यात्म आधारित जीवनदृष्टि जैसे विषयों पर प्रेरणादायी चर्चाएँ और गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं।

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