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जौनपुर: बिजली खपत की होगी निगरानी, मुंगराबादशाहपुर में ट्रांसफार्मरों पर लग रहे हैं स्मार्ट मीटर,ट्रांसफार्मरों से लिया जाएगा बिजली खर्च का हिसाब*



*विद्युत उपभोक्ताओं को दिए जाने वाले बिजली खर्च का हिसाब अब ट्रांसफार्मर से लिया जाएगा कि शहर से लेकर देहात तक ट्रांसफार्मर से निकली बिजली कितने उपभोक्ताओं को दी जा रही है। इसको लेकर ट्रांसफार्मरों पर स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। ट्रांसफार्मर से प्रत्येक खंभे से दिए कनेक्शन और उस पर उपभोक्ताओं को दिए गए लोड को जोड़ा जाएगा। विद्युत विभाग प्रत्येक ट्रांसफार्मर से दी जा रही बिजली के लोड का पता लगाने के लिए अब ट्रांसफार्मर पर स्मार्ट मीटर लगा रहा है। जिससे यह जाता चलेगा कि उस ट्रांसफार्मर से कितनी बिजली की खपत की जा रही है और कितना विभाग को वहां से राजस्व प्राप्त हो रहा है। ट्रांसफार्मर से दी जाने वाली बिजली में उपभोक्ताओं के यहां अधिक खर्च पाए जाने पर विभाग के द्वारा जांच की जाएगी। बिजली चोरी रोकने के लिए विद्युत विभाग द्वारा 33/11केवी उपकेंद्र मुंगराबादशाहपुर के पोषित फीडरों पर स्मार्ट लगाए जाने हैं,जिसमें से कई ट्रांसफार्मरों पर स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं।*

*जौनपुर जिले के मुंगराबादशाहपुर में 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्र के पोषित टाउन फीडर में बिजली चोरी पर अंकुश लगाने और खपत की निगरानी के उद्देश्य ट्रांसफार्मरों पर स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य शुरू हो गया है,आज से कई स्थानों पर ट्रांसफार्मरों पर स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य प्रारंभ भी कर दिया गया है, जिसमें स्टेशन रोड 250/400 केवीए और थाने के पास लगे 400 केवीए ट्रांसफार्मर स्मार्ट लगाए गए हैं,विभाग का लक्ष्य है कि एक पखवारे के भीतर सभी ट्रांसफार्मरों को स्मार्ट मीटर से लैस कर दिया जाए। अब तक ट्रांसफार्मरों से आपूर्ति होने वाली बिजली और उपभोक्ताओं की बिलिंग यूनिट के बीच अंतर को लेकर विभाग ने यह निर्णय लिया है। निर्बाध बिजली आपूर्ति के बावजूद बिजली लॉस में कमी नहीं आ रही थी।*

*लेकिन, स्मार्ट मीटर लगने के बाद यह स्पष्ट हो सकेगा कि ट्रांसफार्मर से कितनी बिजली आपूर्ति हुई और उससे जुड़े उपभोक्ताओं के बिल कितनी यूनिट खपत पर बने। इससे ट्रांसफार्मर से बर्बाद या चोरी हुई बिजली का आकलन करने में सहूलियत मिलेगी। बिजली यूनिटों में अंतर मिलते ही होगी छापेमारी ट्रांसफार्मरों से बिजली की आपूर्ति और उपभोक्ताओं को हुई वास्तविक आपूर्ति के बीच यदि कोई बड़ा अंतर सामने आता है, तो विभाग के अधिकारी उस क्षेत्र में तत्काल छापेमारी करेंगे। छापेमारी के दौरान ट्रांसफार्मर से जुड़े एक-एक उपभोक्ता के परिसर में जाकर बिजली खपत की गहन जांच की जाएगी। यदि किसी उपभोक्ता द्वारा बिजली चोरी करते हुए पाया जाता है, तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा । स्थानीय थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई जाएगी। ऑनलाइन होगी आपूर्ति की निगरानी स्मार्ट मीटर से लैस ट्रांसफार्मरों के जरिए अब बिजली आपूर्ति की निगरानी ऑनलाइन माध्यम से की जा सकेगी। ट्रांसफार्मर से आपूर्ति हो रही बिजली, उसकी वोल्टेज, फ्रीक्वेंसी और लोड की जानकारी भी विभागीय अधिकारी अपने सिस्टम से रियल टाइम में प्राप्त कर सकेंगे। इससे यह भी पता चलेगा कि कोई ट्रांसफार्मर ओवरलोड में चल रहा है या सामान्य स्थिति में। यह तकनीक उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण और स्थिर बिजली आपूर्ति करने में भी मददगार होगी।*

*विद्युत वितरण उपखंड मुंगराबादशाहपुर के उपखंड अधिकारी श्री आलोक उपाध्याय व 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्र मुंगराबादशाहपुर के अवर अभियंता श्री प्रमोद कुमार यादव ने बताया कि उपकेंद्र से पोषित टाउन फीडर के क्षेत्रों में बिजली खपत की निगरानी और बिजली लॉस को कम करने के उद्देश्य से सभी ट्रांसफार्मरों पर स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य प्रारंभ किया गया है। आने वाले नवंबर महीना के पहले सप्ताह तक सभी ट्रांसफार्मरों को स्मार्ट मीटर से लैस कर दिया जाएगा। इससे पहले ग्रामीण फीडर के ट्रांसफार्मरों पर स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे थे और लग रहे हैं,,इसके माध्यम से बिजली चोरी पर प्रभावी नियंत्रण के साथ-साथ ट्रांसफार्मर से होने वाली बिजली आपूर्ति की समस्त जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध हो सकेगी।*

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