
  पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु रोग मेले का सफल आयोजन
	  लखीमपुर खीरी। विकास खंड ईशानगर के ग्राम शेखपुर में पशुपालन विभाग द्वारा पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु रोग मेला एवं शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का संचालन पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रदीप कुमार ने किया और यह मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनेश सचान के दिशा-निर्देशन में आयोजित किया गया।
शिविर का शुभारंभ प्रधान संघ ईशानगर अध्यक्ष, ग्राम प्रधान शेखपुर और मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनेश सचान ने गौ पूजन और पंडित दीनदयाल जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर किया।
शिविर में डॉ. दिनेश सचान ने सरकार द्वारा चलाई जा रही पशुपालन योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नंद बाबा योजना के तहत देशी गौवंश (साहीवाल, गिर, थारपारकर) संवर्धन हेतु विभिन्न सब्सिडी योजनाएँ लागू हैं। तीन अलग-अलग पैकेज में 2, 10 और 25 गौवंश पर क्रमशः 80,000, 8,50,000 और 31,00,000 रुपए की सब्सिडी दी जाती है। इसके अलावा, माननीय मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना के तहत प्रगतिशील पशुपालकों को, जिनके पास गिर या साहीवाल नस्ल की एक माह की दुधारू गाय है, 10,000 रुपए प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है।
डॉ. राकेश कुमार, उपमुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी धौरहरा ने पशुओं में होने वाली बीमारियों और उनके टीकाकरण पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने गला घोटू, खुर-पका, मुंह-पका और वर्तमान में गोवंश में फैल रही लंपी बीमारी के लक्षण, बचाव और टीकाकरण पर विशेष जोर दिया। बकरियों में फैलने वाली पी.पी.आर. बीमारी के टीकाकरण के महत्व पर भी प्रकाश डाला गया।
डॉ. प्रदीप कुमार ने गर्भित पशुओं की देखभाल, संतुलित आहार, हरा चारा, भूसा और मिनरल मिक्सचर के महत्व पर जोर देते हुए बताया कि इससे दुग्ध उत्पादन और गर्भधारण दर में वृद्धि होती है। नवजात पशुओं की देखरेख और समय पर कृमिनाशक दवा के उपयोग से उनकी मृत्यु दर कम की जा सकती है।
डॉ. मनीष कुमार ने संतुलित पशु आहार, हरा चारा और उत्पादन में सुधार के उपाय बताए। उन्होंने हाइब्रिड नेपियर जैसी नस्ल के चारे लगाने और विभाग द्वारा चलाए जा रहे कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम की जानकारी दी। साथ ही सेक्स सोर्टेड सीमेन के उपयोग से 95% बछिया प्राप्ति और दुग्ध उत्पादन बढ़ाने की जानकारी दी।
शिविर के दौरान कुल 86 पशुपालकों के 685 पशुओं (गाय, भैंस, भेड़ और बकरी) का उपचार, कृमिनाशक दवा वितरण, गर्भ परीक्षण, कृत्रिम गर्भाधान, बधियाकरण और एल.एस.डी. टीकाकरण किया गया। इस अवसर पर पशुपालन विभाग के अधिकारी, वैक्सीनेटर और पशुपालक भाईगण उपस्थित रहे।
 
        