
ग्राम पंचायत घुघरा का पशु /औषधालय चिकित्सालय वर्षों से बंद,? सालों साल से लटके पड़े हैं तले हैं ??
बेज़ुबानों का इलाज राम भरोसे;?
छत्तीसगढ़
जिला कोरिया
ग्राम पंचायत घूघरा
खबर जन जन की आवाज
पशु /औषधालय/चिकित्सालय घुघरा सालो साल से पशु चिकित्सालय मैं लटका रहता है ताला ? कार्यालय ज्जर व खंडहर अवस्था मे है?
और जर्जर अवस्था में ।?
बदहाली पर रिपोर्ट
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( छत्तीसगढ़ )
(जिला कोरिया)
ग्राम पंचायत घुघरा
जनपद पंचायत सोनहत
पशुपालकों के लिए पशु चिकित्सालय घुघरा सालों साल से बंद पड़ा और लटका रहता है ताला चिकित्सालय की स्थिति अत्यंत दयनीय और चिंताजनक है। यह चिकित्सालय नहीं, बल्कि सरकारी उपेक्षा का जीता-जागता प्रमाण बन चुका है।
खबरों के अनुसार, यह अस्पताल 'सदा के लिए बंद' की स्थिति में है। इसके मुख्य दरवाजे पर लगा जंग खाया हुआ ताला चीख-चीखकर सरकारी तंत्र की लापरवाही और संवेदनहीनता को बयां कर रहा है।
अधिकारी नदारद, सेवा ठप्प
स्थानीय सूत्रों और पशुपालकों की मानें तो, इस चिकित्सालय का ताला 'कभी नहीं खुलता है'। भवन पर ताला लटक रहा है, जो यह स्पष्ट करता है कि यहां कार्यरत डॉक्टर और अन्य कर्मचारी पूरी तरह से नदारद हैं।
यह स्थिति उस क्षेत्र के हजारों पशुपालकों और उनके मवेशियों के लिए एक गंभीर संकट पैदा कर रही है, जिनकी आजीविका पशुपालन पर निर्भर है।
पशुपालकों की पीड़ा
जब क्षेत्र के पशु बीमार पड़ते हैं, तो उन्हें सैंकड़ों किलोमीटर दूर निजी चिकित्सकों के पास ले जाना पड़ता है,
जिसमें समय और धन दोनों की भारी बर्बादी होती है। कई बार तो, समय पर इलाज न मिलने के कारण मवेशी दम तोड़ देते हैं।
पशुपालकों की यह कड़ी शिकायत है कि जब सरकार पशुपालन को बढ़ावा देने की बात करती है, तो फिर इस महत्वपूर्ण चिकित्सालय को शोपीस बनाकर क्यों छोड़ा गया है?
कड़े शब्दों में सवाल ??
यह स्थिति स्वीकार्य नहीं है। यह सीधे तौर पर ग्रामीण अर्थव्यवस्था और पशुधन स्वास्थ्य के साथ किया गया खिलवाड़ है। ?
* जिला प्रशासन और पशुपालन विभाग इस घोर लापरवाही के लिए जवाबदेह क्यों नहीं है?
* ताला लगे रहने की स्थिति में यहां नियुक्त कर्मचारियों का वेतन किस आधार पर दिया जा रहा है? क्या यह जनता के पैसे की खुली बर्बादी नहीं है?
* इस चिकित्सालय को तत्काल प्रभाव से पुनः चालू कराने के लिए कड़े कदम कब उठाए जाएंगे?
हम जिला प्रशासन से यह कड़ी मांग करते हैं कि वह तत्काल इस मामले का संज्ञान ले। संबंधित डॉक्टर और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए, और यह सुनिश्चित किया जाए कि यह चिकित्सालय तुरंत पूर्ण क्षमता के साथ काम करना शुरू करे। ?
पशुपालकों की परेशानी को अनदेखा करना अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
ग्रामीणों ने यह कहा है की पशु औषाधलय की शुरुआत हो और एक नए भवन की भी स्वीकृत हो ?
भवन काफी खंडार और जर्जर अवस्था में है और सुचारू चालू हो ताकि ग्राम के आस पास के लोगों को पशु पालको को इसका सीधा फायदा मिल सके
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