रांची कोर्ट में पूर्व मुख्य सचिव की बेबसी — सत्ता के शिखर से अदालत की सीढ़ियों तक"
रांची। कभी झारखंड के मुख्य सचिव रहे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सजल चक्रवर्ती आज रांची सिविल कोर्ट में अपनी ही ज़िंदगी की कहानी का दर्दनाक अध्याय बन गए। करीब 150 किलो वजन और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे चक्रवर्ती बुधवार को पेशी के लिए अदालत पहुँचे, जहाँ उन्हें ज़मीन पर बैठकर सीढ़ियाँ घसीटते हुए नीचे उतरते देखा गया।
कभी जिनके आगे अधिकारी झुकते थे, आज वही व्यक्ति अदालत के बरामदे में अकेले और असहाय नज़र आए। सजल चक्रवर्ती के माता-पिता और भाई का निधन हो चुका है, गोद लिए बेटे ने भी दूरी बना ली है, जबकि दोनों पत्नियों से तलाक हो चुका है। अब उनके साथ केवल कुछ पालतू कुत्ते और बंदर हैं।
कभी सत्ता, धन और रुतबे के प्रतीक रहे चक्रवर्ती आज जीवन की सच्चाई का प्रतीक बन चुके हैं—कि पद और पैसा अस्थायी हैं, मगर इंसानियत और अच्छे कर्म ही स्थायी पूँजी हैं।