logo

गरीब मरीज प्राइवेट हॉस्पिटल की फीस लेती है गरीब इंसानों की जान

डॉक्टर साहब मिलेगा। मुझे दिखाना था। सर अभी थोड़ी देर में मिलेंगे। इतना आप ₹500 देकर पर्चा बनवा ले अमर एजेंसी है तो ₹700 का पर्चा बनेगा। पर्चा किस बात का पर्चा मैं तो अभी तो मुझे देखा भी नहीं ना कोई दवाई थी। ना गोली दे तो फीस किस बात की है आप प्राइवेट हॉस्पिटल मैं पहली बार आए हो क्या उधर देखो जितने जनता बैठी है सबके हाथ में पर्चा है किसी ने 500 का किसी ने ₹700 का पर्चा बनवा रखा है और डॉक्टर साहब का इंतजार कर रहे हैं उनके पास टाइम है तो बैठे हैं मेरे पास टाइम नहीं है मुझे जरा थोड़ा जल्दी दिखानाहै मैं फीस भी बाद में दे पाऊंगा। सॉरी सर आपने और चाहिए आप और कहानी दिखाइए। हमारे यहां पहले फीस लगती है उसके बाद डॉक्टर देखते हैं अगर आपको अर्जेंट दिखाना है तो 500 नहीं 700 रुपए लगेंगे। यहां एक मरीज की तबीयत खराब है। और आपको फीस की लगी है। क्या बीमारी को लेकर आपकी कोई जिम्मेदारी नहीं है या फिर बस कमाई का दरिया बना रखा है व्हाट हैपेंड राहुल देखो ना सर इन्हें आपको दिखाना है फीस मांग रही हूं तो पहले डॉक्टर साहब को दिखाऊंगा फिर उसके बाद फीस दूंगा। डॉक्टर साहब मैंने कुछ गलत कहा क्या आप अंदर लिए राहुल ने बोला विपिन कौन है उसके बाद आपका नंबर है बीवी बड़ा हुआ है खाने पीने काध्यान रखो सर में दर्द इसलिए है हां मैं रिवीजन बीपी है बाकी मैं दवाई लिख रहा हूं एक हफ्ते तक खाना फिर अब दोबारा जाकर मुझे दिखाना ठीक है डॉक्टर साहब आपका कितना पैसा हो गया बाहर आपको बताया होगा₹500फीस है मेरी पर हमारे पास तो डेढ़ सौ रुपए ही है जिसमें हमें घर वासी के लिए₹30 लग जाते हैं यह मैं डेढ़ सौ रुपए लेकर ट्रीटमेंट करवाने चले हो और बाहर हंगामा मचा रखा था दुनिया भर का मेरे हॉस्पिटल में हमें लगा है की मामूली से सर का दर्द है और बुखार है इतने में दवाई और डॉक्टर की फीस हो जाएगी। मैं कोई लोकल डॉक्टर नहीं हूं एम बी एस हु। पता है आपको पता है डॉक्टर साहब लेकिन मुझे यह मालूम नहीं था एमबीएस डिग्री अच्छे इलाज के लिए और फीस के लिए होती है मैं तो मावली से गरीब आदमी हूं बात खत्म यही करो और मुझे डेढ़ सौ रुपए तो मैं ₹30 आपको देता हूं। डॉक्टर साहब यह दवा कितने का मिल जाएगा बाहर जो अपनी दवाई लिख कर दी है बार हमारा मेडिकल स्टोर हैवहां पता करो डॉक्टर साहब ने यह कहकर अगले मरीज को बुलाया और मैं वहां से अस्पताल के मेडिकल पर पहुंचा और डॉक्टर साहब की दवाई कापर्चा दिया यह दवाइयां आपकी 3500 की करीब बैठेगी निकाल दू डिस्काउंट कितना मिल जाएगा कंपनी की दवाइयां है भाई साहब इसमें डिस्काउंट नहीं मिला करता यह लोकल मेडिकल नहीं है इसमें डिस्काउंट वगैरा नहीं होता तो फिर आप रहने दो मेरे घर के पास एक मेडिकल स्टोर है 20 से 50 तक का डिस्काउंट मिल जाता है तुम चाहे कहीं भी घूम लेना यह दवाइयां मेरे मेडिकल स्टोर पर ही मिलेगी मैं वापसी इस अस्पताल में गया और वहां डॉक्टर साहब दूसरे मरीज को देख रहे थे और बोल रहे थे की लंबी सांस लो तो मैं भी बोल दिया लंबी सांस लेने के लिए ही बोल डॉक्टर साहब क्योंकि चैन की सांस तुम मरीजों को आप लेने देंगे नहीं डॉक्टर साहब बोले आपके अंदर किसने आने दिया अंदर आना पड़ा डॉक्टर साहब क्योंकि आप जैसे लालची डॉक्टर की असलियत बाहर ला सकूं जो आप मेडिकल स्टोर से मिलकर दवाइयां का कारोबार कर रहे हो महंगी दवाइयां पर मोटा कमीशन खा रहे हैं ना शर्म कीजिए मरीजों की हाय हाय लगेगी डॉक्टर साहब इतने में बोले कोई है बाहर रामू श्यामू जी से बाहर निकालो तो मैं बोला चला जाऊंगा बाहर लेकिन आज मैं आप लोगों का काला चित्त पूरा खोल कर जाऊंगा इतने में वहां राम समूह आए और बोल प्लीज सर आप यहां से बाहर चलिए भीड़ मत कीजिए मैंने राम शंभू को बोला छोड़िए आप मुझे पहले डॉक्टर साहब की सच्चाई सबके सामने ला दू यह डॉक्टर साहब है ना जिन्हें आप अपना रक्षक समझ रहे हो यह दरअसल दवाइयां पर कमिशन खाने वाले शैतान है अब डॉक्टर साहब बोले बहुत ज्यादा बोलिए आप अब यहां से बाहर जाइए नहीं तो मैं आपकी शिकायत करूंगा मैंने बोला कि बात की शिकायत करोगे आप सच का आईना दिखाने की शिकायत तो आपकी हर लड़की डॉक्टर की की जानी चाहिए जो मरीज को अच्छा नहीं महंगी दवाई की कमीशन खाने नहीं दवाइयां देते हैं

60
1511 views