
छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार की वादाखिलाफी: गरीब परिवारों की जिंदगी में त्रासदी
छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार की वादाखिलाफी: गरीब परिवारों की जिंदगी में त्रासदी
Writing by : Anujkumar sahu
छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार पर जनता का भरोसा टूटता नजर आ रहा है। सरकार के 2 साल पूरे हो चुके हैं, लेकिन अभी तक गरीब परिवारों को कोई फायदा नहीं पहुंचा है। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं।
आवास योजना में वादाखिलाफी
भाजपा सरकार ने पीएम आवास योजना के तहत गरीब परिवारों को घर देने का वादा किया था, लेकिन अभी तक कोई सहयोग नहीं मिला है। गरीब परिवारों को लेटर देने के बाद भी मुख्यमंत्री और आवास मंत्री से कोई मदद नहीं मिली है। जिला स्तर पर साफ-साफ कहा जा रहा है कि लिस्ट में नाम नहीं है, जबकि आवास प्लस में नाम दर्ज है।
बिजली बिल और पानी के बिल में वसूली
भाजपा सरकार एक तरफ महतारी वंदन योजना के तहत 1000 रुपये दे रही है, लेकिन दूसरी तरफ बिजली बिल और पानी के बिल में वसूली कर रही है। गरीब परिवारों को बिजली बिल 600 रुपये और पानी का बिल 60 रुपये देना पड़ रहा है, जबकि महतारी विल 340 रुपये बच रहे हैं।
गरीब परिवारों की जिंदगी में त्रासदी
गरीब परिवारों की जिंदगी में त्रासदी का एक उदाहरण ग्राम बोईरडीह, ब्लॉक शक्ति, जिला जांजगीर-चांपा में देखने को मिला, जहां एक 6 साल की बच्ची की सांप काटने से मौत हो गई। सरकार को गरीब परिवारों की मदद करनी चाहिए, लेकिन सरकार बस मीडिया में मदद करती है, जमीनी स्तर पर कोई मदद नहीं कर रही है।
बुजुर्गों को पेंशन नहीं
भाजपा सरकार बुजुर्गों को पेंशन देने में भी असमर्थ है। 60+ और 70 साल के बुजुर्गों को कोई योजना का लाभ नहीं मिल रहा है।
क्या सरकार गरीब परिवारों के साथ न्याय कर रही है?
छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार को गरीब परिवारों की समस्याओं का समाधान करना चाहिए और उन्हें आवश्यक सुविधाएं प्रदान करनी चाहिए। लेकिन सरकार की प्राथमिकताएं गलत लगती हैं। सरकार को गरीब परिवारों के साथ न्याय करना चाहिए और उनकी जिंदगी में सुधार लाना चाहिए।