
इस्कॉन इंदौर श्री श्री राधा गोविंद मंदिर में भव्य दीक्षा समारोह का आयोजन
इस्कॉन इंदौर के श्री श्री राधा गोविंद मंदिर में परम पूज्य महामन स्वामी महाराज जी के पावन सान्निध्य और नेतृत्व में भव्य दीक्षा समारोह का आयोजन किया गया। यह शुभ अवसर कार्तिक मास के पवित्र दिनों में नरक चतुर्दशी के दिन संपन्न हुआ।
इस दिव्य अवसर पर श्रीला प्राभुपाद जी के वरिष्ठ शिष्य दीक्षा गुरु परम पूज्य महामन महराज जी द्वारा 13 भक्तों को वैदिक विधि-विधान के साथ हरि-नाम दीक्षा प्रदान की गई। इस पवित्र संस्कार के माध्यम से भक्तों ने गौड़ीय वैष्णव गुरु-शिष्य परंपरा में प्रवेश कर अपने आध्यात्मिक जीवन की नई यात्रा आरंभ की।
कार्यक्रम की शुरुआत एच.जी. प्रणेश्वर प्रभु द्वारा स्वागत भाषण एवं भक्तों के परिचय से हुई। इसके पश्चात श्रीमान लक्ष्मण दास जी ने कथा के माध्यम से “एक आदर्श शिष्य के कर्तव्य एवं उसके गुरु के प्रति समर्पण” विषय पर हृदयस्पर्शी प्रवचन दिया। उन्होंने बताया कि सच्चा शिष्य वही होता है जो अपने गुरु के निर्देशों का निष्ठापूर्वक पालन करते हुए 16 माला जप और चार नियमों का दृढ़तापूर्वक अनुसरण करता है।
इसके पश्चात महामन महाराज जी ने अत्यंत प्रेरणादायक प्रवचन देते हुए कहा कि —
> “जैसे अर्जुन का लक्ष्य केवल मछली की आँख पर केंद्रित था, वैसे ही एक सच्चे शिष्य का लक्ष्य केवल अपने गुरु और गौरांग की प्रसन्नता होनी चाहिए।”
उन्होंने आगे दामोदर माह के उपलक्ष्य दामोदर लीला का वर्णन करते हुए बताया कि किस प्रकार माता यशोदा भगवान श्रीकृष्ण को बाँधने का प्रयास करती हैं, परंतु दो अंगुल कम रह जाती हैं। यह दो अंगुल भगवान की कृपा और भक्त के प्रयास का प्रतीक है — जब ये दोनों मिलते हैं तभी भगवान प्राप्त होते हैं।
दीक्षा समारोह के पश्चात संध्या आरती एवं दामोदराष्टकम का गान हुआ। भक्तों ने दीपदान कर श्री श्री राधा गोविंद, यशोदा-दामोदर एवं श्री जगन्नाथ बलदेव सुभद्रा जी के चरणों में अपनी भक्ति अर्पित की। इस पवित्र दीपदान में 500 से अधिक भक्तों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के समापन पर सभी उपस्थित भक्तों के लिए महाप्रसाद का भव्य आयोजन किया गया।
इस संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन श्रीमान् भक्तवत्सल दास, अच्युत गोपाल दास, समर्पित गौर दास, रणवीर कृष्ण दास, गिरिधर गोपाल दास, केशव भक्त प्रियव्रत, माधव चरण दास, करुणा कृष्ण दास एवं अन्य सेवाभावी भक्तों द्वारा किया गया।
समारोह के दौरान वातावरण हरे कृष्ण महामंत्र के संकीर्तन, दीपों की रोशनी और भक्ति की भावना से पूर्ण रूप से आलोकित रहा। यह दिन इंदौर के भक्तों के लिए एक आध्यात्मिक पर्व के रूप में सदैव स्मरणीय रहेगा।
प्रदेश संवादाता:- जयेश कटारिया
🌸 हरे कृष्ण! 🌸