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पूर्वांचल की संस्कृति को नई पहचान दे रहा है पूर्वांचल युवा महोत्सव।

स्थानीय परंपराओं के पुनर्जीवन का बना माध्यम – आयोजक दिनेश तिवारी व निवेदिता राय की पहल सराही गई

शाहगंज (जौनपुर)।
पूर्वांचल की लोकसंस्कृति, कला, संगीत और परंपराओं को जीवंत बनाए रखने के उद्देश्य से आयोजित “पूर्वांचल युवा महोत्सव” इन दिनों चर्चा का केंद्र बना हुआ है। यह महोत्सव न केवल स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान कर रहा है, बल्कि ग्रामीण अंचलों में छिपी प्रतिभाओं को उजागर करने का भी महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है।

महोत्सव के आयोजक दिनेश तिवारी और निवेदिता राय ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य पूर्वांचल की सांस्कृतिक जड़ों को मज़बूत करना है, ताकि नई पीढ़ी अपनी लोकधरोहर को जान सके और गर्व महसूस करे। उन्होंने कहा कि लोकगीत, नृत्य, नाटक, पारंपरिक खानपान और हस्तशिल्प जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से क्षेत्र की पहचान को सशक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है ।

महोत्सव के महत्व पर बोलते हुए स्थानीय बुद्धिजीवियों ने कहा कि ऐसे आयोजन न केवल संस्कृति को संजोते हैं, बल्कि सामाजिक एकता, सौहार्द और क्षेत्रीय विकास की भावना को भी प्रोत्साहित करते हैं।

पूर्वांचल युवा महोत्सव अब एक स्थानीय आयोजन भर नहीं, बल्कि पूर्वांचल की आत्मा और अस्मिता का उत्सव बन चुका है।

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