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जाले विधानसभा से दस प्रत्याशियों के नामांकन पत्र वैध, मशकूर उस्मानी का कांग्रेस वाला पर्चा हुआ रद्द...

दरभंगा। जाले विधानसभा क्षेत्र से दाखिल हुए सभी नामांकन पत्रों की जांच (स्क्रूटनी) की प्रक्रिया पूरी हो गई है। निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा की गई जांच में कुल दस प्रत्याशियों के नामांकन पत्र वैध पाए गए हैं, जबकि कुछ उम्मीदवारों के पर्चे त्रुटिपूर्ण पाए जाने के कारण रद्द कर दिए गए।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, जिन उम्मीदवारों के नामांकन पत्र वैध घोषित किए गए हैं, उनमें प्रमुख राजनीतिक दलों से निम्नलिखित प्रत्याशी शामिल हैं —
भाजपा से जीवेश कुमार, कांग्रेस से ऋषि मिश्रा, जन सुराज पार्टी से रंजीत शर्मा, एआईएमआईएम से फैसल रहमान, बहुजन समाज पार्टी से रोहित कुमार, द प्लुरल्स पार्टी से सैयद मोहम्मद महताब, जन मिथिला विकास पार्टी से मुमताज अली, तथा निर्दलीय प्रत्याशियों में मशकूर अहमद उस्मानी, मोहम्मद प्यारे और राजीव ठाकुर के नाम शामिल हैं।

वहीं, कांग्रेस से मशकूर अहमद उस्मानी द्वारा दाखिल नामांकन पत्र रद्द कर दिया गया है। ज्ञात हो कि 2020 के विधानसभा चुनाव में वह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे। इस बार उन्होंने दो सेट में नामांकन दाखिल किया था — एक कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में और दूसरा निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में। जांच के दौरान कांग्रेस वाला नामांकन पत्र निरस्त कर दिया गया, जबकि उनका निर्दलीय पर्चा वैध पाया गया। इस प्रकार अब उस्मानी निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में रहेंगे।

इसके अलावा, आम जनता प्रगति पार्टी के प्रशांत कुमार भारती और समाज शक्ति पार्टी के मोहम्मद शकील के नामांकन पत्र भी जांच के दौरान खारिज कर दिए गए हैं।

गौरतलब है कि महागठबंधन में जाले सीट को लेकर लंबे समय तक असमंजस की स्थिति बनी रही। अंततः 17 अक्तूबर को पूर्व विधायक ऋषि मिश्रा ने कांग्रेस के सिंबल पर नामांकन दाखिल किया। वहीं, उसी दिन मशकूर अहमद उस्मानी ने भी कांग्रेस के नाम पर एक और निर्दलीय रूप में अलग-अलग नामांकन दाखिल किया था।

अब स्क्रूटनी के बाद स्पष्ट हो गया है कि जाले विधानसभा क्षेत्र से कुल दस उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। नाम वापसी की अंतिम तिथि 20 अक्तूबर तय की गई है। उसी दिन यह तय होगा कि अंतिम मुकाबले में कितने प्रत्याशी मैदान में बने रहेंगे।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बार जाले में मुकाबला दिलचस्प रहने वाला है, क्योंकि एक ओर कांग्रेस के ऋषि मिश्रा और निर्दलीय रूप में उतरे मशकूर उस्मानी आमने-सामने हैं, वहीं भाजपा के जीवेश कुमार और जन सुराज के रंजीत शर्मा भी चुनावी समीकरण को नया मोड़ दे सकते हैं।

अब सबकी निगाहें 20 अक्तूबर पर टिकी हैं, जब नाम वापसी के बाद जाले विधानसभा का अंतिम चुनावी मैदान साफ़-साफ़ दिखाई देगा।

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