
प्रदेश में छात्रों को समय पर मिलेगी छात्रवृत्ति, DBT प्रणाली से भ्रष्टाचार पर प्रभावी प्रहार
— लखनऊ से विशेष संवाददाता
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश सरकार ने पारदर्शिता और सुशासन की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि प्रदेश में अब Direct Benefit Transfer (DBT) प्रणाली के माध्यम से प्रत्येक छात्र-छात्रा के बैंक खाते में सीधे छात्रवृत्ति (Scholarship) की राशि भेजी जा रही है।
सरकार का यह निर्णय न केवल भ्रष्टाचार पर प्रभावी प्रहार है, बल्कि इससे छात्रवृत्ति वितरण में पारदर्शिता और गति भी आई है। पहले जहां छात्रवृत्ति वितरण की प्रक्रिया में देरी और अनियमितता की शिकायतें मिलती थीं, वहीं अब तकनीकी माध्यम से यह प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल और स्वचालित हो गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व में छात्र-छात्राओं को वर्ष के अंत में छात्रवृत्ति दी जाती थी, जिससे कई बार उन्हें पढ़ाई के दौरान आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए सरकार ने अब यह व्यवस्था लागू की है कि छात्रवृत्ति वर्ष में दो बार — अक्टूबर और जनवरी माह में वितरित की जाएगी।
इस नई प्रणाली से न केवल विद्यार्थियों को समय पर आर्थिक सहायता मिलेगी, बल्कि उनकी शैक्षणिक निरंतरता और गुणवत्ता भी बनी रहेगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि यह कार्यक्रम प्रदेश में प्रभावी ढंग से क्रियान्वित किया जा रहा है और अब तक लाखों छात्र-छात्राओं को इसका लाभ मिल चुका है।
योगी सरकार के अनुसार, तकनीक आधारित यह पारदर्शी व्यवस्था न केवल भ्रष्टाचार-मुक्त शासन का उदाहरण है, बल्कि ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘नया उत्तर प्रदेश’ के निर्माण की दिशा में एक मजबूत कदम भी है।
> “अब छात्रवृत्ति का पैसा सीधे छात्रों के खाते में जाएगा — बिना किसी बिचौलिए, बिना किसी भ्रष्टाचार के। हर मेहनती विद्यार्थी को उसका अधिकार समय पर मिलेगा,”
— मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
इस पहल से प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में विश्वसनीयता, पारदर्शिता और सुशासन की नई मिसाल कायम हुई है।