
अंतर्राष्ट्रीय सम्मान: नागपुर की डॉ. लतिका चावड़ा को 'उमेश जोशी भाषा सेतु अलंकरण-2025' से किया जायेगा सम्मानित
नागपुर: नागपुर की साहित्य जगत के लिए यह गर्व का क्षण है। शहर की जानी-मानी अनुवादक और भाषाविद् डॉ. लतिका चावड़ा को आगामी 'सप्तम् अंतरराष्ट्रीय प्रज्ञा सम्मान समारोह-2025' में प्रतिष्ठित “उमेश जोशी भाषा सेतु
अलंकरण-2025" से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान उन्हें अन्य भारतीय भाषाओं से हिंदी भाषा में किए गए उनके उत्कृष्ट अनुवाद कार्य के लिए प्रदान किया जाएगा, जो विभिन्न भाषाओं के बीच एक मजबूत "भाषा सेतु" बनाने में उनके महत्वपूर्ण योगदान को दर्शाता है।
प्रज्ञा हिंदी सेवार्थ संस्थान ट्रस्ट, फिरोजाबाद द्वारा हाल ही में आयोजित 'अविकल्प प्राण गीतोत्सव गीत ज्योत्स्ना' समारोह में इन सम्मानों के परिणामों की घोषणा की गई। ट्रस्ट ने बताया कि डॉ. लतिका चावड़ा को यह विशेष अलंकरण प्रो. सरगू कृष्णमूर्ति जी की स्मृति में डॉ. मैथिली पी. राव, बंगलुरू द्वारा प्रदान किया जाता है।
फरवरी 2026 में होगा सम्मान समारोह:-
यह सातवाँ अंतरराष्ट्रीय प्रज्ञा सम्मान समारोह 7 तथा 8 फरवरी, 2026 को आई.वी. इंटरनेशनल स्कूल, फिरोज़ाबाद के सभागार में आयोजित होगा। इस भव्य कार्यक्रम में देश-विदेश की साहित्य, कला तथा समाज सेवा से जुड़ी कुल 24 चयनित विभूतियों को सम्मानित किया जाएगा।
विभिन्न भाषाओं में विशेषज्ञता:-
डॉ. लतिका चावड़ा बहुभाषी अनुवाद के क्षेत्र में एक जाना-माना नाम हैं। वे गुजराती, मराठी, हिंदी, अंग्रेज़ी सहित कुल आठ भारतीय भाषाओं एवं बोलियों की जानकार हैं। वे 'इंडियन ट्रांस्लेटर्स ग्रुप (ITG)' तथा 'हिंदी की पाठशाला' की संस्थापक एवं निदेशक भी हैं, जिनके माध्यम से वे भाषा और अनुवाद के क्षेत्र को समृद्ध कर रही हैं। उनके अनुवाद की क्षमता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनकी पाँच से अधिक अनूदित पुस्तकें अब तक भारत और विदेश से प्रकाशित हो चुकी हैं, जबकि कई अन्य पुस्तकें प्रकाशनाधीन हैं।
डॉ. चावड़ा को यह सम्मान मिलना न सिर्फ उनके व्यक्तिगत श्रम का प्रतिफल है, बल्कि नागपुर शहर और अनुवाद के क्षेत्र में काम कर रहे सभी साहित्यकारों के लिए एक बड़ी प्रेरणा है।
गाज़ीपुर से विवेकानंद राय पत्रकार