
नारायणगढ़ रायपुर वीरान के श्मशान घाट में सफाई की अनदेखी: बदहाल स्थिति शासन-प्रशासन की लापरवाही उजागर.
नारायणगढ़ के श्मशान घाट में सफाई की अनदेखी: बदहाल स्थिति शासन-प्रशासन की लापरवाही उजागर
नारायणगढ़, रायपुर वीरान – नगर पालिका की अनदेखी के कारण श्मशान घाट की सफाई व्यवस्था अनुपस्थित हो गई है, जिससे वहाँ की स्थिति बदहाली और स्वास्थ्य एवं पर्यावरणीय खतरों की ओर बढ़ती नजर आ रही है। स्थानीय लोगों ने बताया है कि कई दिनों से कचरा, पुष्पवष्टि, शवद्रव्य आदि श्मशान क्षेत्र में खुला पड़ा है और किसी प्रकार की सफाई या प्रबंधन नहीं हो रहा है।
मुख्य शिकायतें
श्मशान घाट में आसपास के पथों और घाटों पर कचरा बिखरा पड़ा है और बदबू स्थानीय निवासियों के लिए समस्या बन रही है।
जानवर और पक्षी इस कचरे में विचरण करते देखे गए हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।
ढंग से विशेष सफाई या गोश्त (द्रव्य) प्रबंधन व्यवस्था नहीं है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर समिति या संबंधित अधिकारियों को कई बार शिकायत की गई, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया।
संभावित कारण एवं ज़िम्मेदार
ज़रूरी संसाधन (कर्मचारी, वाहन, उपकरण) नहीं मिलने का दावा किया जा रहा है।
बजट या वित्तीय अभाव — सफाई कार्यों के लिए पर्याप्त धनराशि नहीं आवंटित की गई हो सकती है।
प्रशासनिक लापरवाही एवं अनुग्रह (negligence) — जिम्मेदार अधिकारियों की अवहेलना।
प्राथमिकता के अभाव — अन्य सार्वजनिक कार्यों को प्राथमिकता देते हुए श्मशान घाट की सफाई को नजरअंदाज किया जाना।
संभावित परिणाम
बदबू, मच्छर एवं अन्य कीड़े-मकोड़ों के कारण स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों का बढ़ना।
धार्मिक एवं सामाजिक आस्थाओं का अनादर — श्मशान घाट एक पवित्र स्थल है, वहाँ ऐसी अव्यवस्था लोगों को दुख देती है।
श्मशान क्षेत्र व आसपास की जमीन एवं जल स्रोतों में प्रदूषण।
सुझाव एवं माँगें
तत्काल कार्रवाई: नगर समिति को तुरंत श्मशान घाट की सफाई अभियान चलाना चाहिए।
स्थायी व्यवस्था: नियमित सफाई दल, वाहन, उपकरण और बजट सुनिश्चित करना चाहिए।
निगरानी एवं जवाबदेही: जिम्मेदार अधिकारी का नाम सार्वजनिक किया जाए और सामुदायिक निगरानी की व्यवस्था हो।
सहभागिता: स्थानीय लोगों, समाजसेवी संस्थाओं और प्रेस को शामिल कर एक मॉनिटरिंग कमेटी बनाई जाए।