
राष्ट्रीय गौ शिखर सम्मेलन में नागौद से भागीदारी
नागौद : भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में गौ आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया। नई दिल्ली स्थित डॉक्टर अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित एक राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन में गहन चिंतन किया गया । सम्मेलन का आयोजन खुशी सेंटर ने किया था। पंचगव्य से पंच परिवर्तन विषय पर अपने विचार रखते हुए देश भर से आए विशेषज्ञों ने अपने विचार प्रस्तुत किये। कार्यक्रम के उपरांत "दिल्ली घोषणा पत्र" जारी किया गया। इस घोषणा पत्र में गौ आधारित नीतियों और अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में आगामी कार्य योजना प्रस्तुत की गई । मिशन भारत के सीईओ साकेत मणि त्रिवेदी ने वर्ष 2047 तक गाय आधारित अर्थव्यवस्था के माध्यम से 35 ट्रिलियन डॉलर की दृष्टि पर अपने विचार रखें। भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री और ग्लोबल कॉन्फेडरेशन ऑफ काऊ बेस्ड इंडस्ट्रीज के संस्थापक डॉ. वल्लभभाई कथीरिया ने विश्वभर के गौ उद्यमियों और गौ प्रेमियों के संगठित प्रयासों और सहयोग पर बल देते हुए कहा कि गाय ही स्वस्थ्य, समृद्ध और उज्जवल विश्व की आधारशिला है। कार्यक्रम में दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता, केंद्रीय पशुपालन राज्य मंत्री श्री एस .पी. बघेल , सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री श्री रामदास अठावले , तथा अनेक विशिष्ट अतिथियों ने अपनी प्रत्यक्ष / परोक्ष उपस्थिति एवं शुभकामनाएं दर्ज कराई। कार्यक्रम में महिलाओं के विभिन्न समूहों द्वारा गाय आधारित आजीविका के माध्यम से नारी सशक्तिकरण पर भी विशेष सत्र आयोजित किए गए। भारत के विभिन्न राज्यों के गौ सेवा अयोग के अध्यक्ष , गाय आधारित उद्योगों के प्रमुख, एवं स्वदेशी नस्लों से जुड़ी सरकारी योजनाओं के प्रतिनिधि भी इस सम्मेलन में सम्मिलित हुए। कार्यक्रम में गौ सेवा गतिविधि के राष्ट्रीय संयोजक अजित मोहपात्रा , सुनील मानसिंह, हुकुमचंद सावला , सुनील देवधर, प्रदीप मेहता, प्रोफेसर आर .एस. चौहान प्रोफेसर, वीरेंद्र विजय , श्री सुरपति दास , डॉ.रश्मि सिंह, गौरव केडिया, प्रोफेसर विवेक कुमार ने भी संबोधित किया।
मध्य प्रदेश से दिलीप धनराज, नागौद से मनोज प्रताप सिंह संचालक विवेकानंद हॉस्टल,भागीरथ तिवारी ,गंभीर सिंह राजपूत, मीनाक्षी शर्मा ,पूरी शर्मा आदी उपस्थित रहे।