
वर्षा आधारित कृषि विकास परियोजना पर एक दिवसीय किसान गोष्ठी एवं किसान संबाद का आयोजन किया गया।
आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र, सोहाँव, बलिया के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉक्टर संजीत कुमार एवं सस्य वैज्ञानिक डॉ सोमेंद्र नाथ ने भूमि संरक्षण अधिकारी डॉ शत्रुघन सिंह द्वारा आयोजित रेनफेड एग्रीकल्चर डेवलपमेंट वर्षा आधारित कृषि विकास परियोजना के अंतर्गत ग्राम सराय भारती विकास खंड रसड़ा बलिया में एक दिवसीय किसान गोष्ठी एवं किसान संवाद में प्रतिभाग किया l वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ संजीत कुमार ने वर्षा आधारित खेती के विभिन्न प्रकार एवं उसके लिए उपयुक्त फसलों एवं उनकी प्रजातियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी डॉ संजीत कुमार ने कहा कि ऐसा क्षेत्र जहां पर वार्षिक वर्षा 50 सेंटीमीटर से कम होती है वह क्षेत्र शुष्क क्षेत्र कहलाता है, ऐसे क्षेत्र में जो खेती की जाती है उसे शुष्क खेती कहते हैं ऐसे क्षेत्रों में मुख्य रूप से ज्वार, बाजरा, मंडवा, कोदो एवं धान की कम पानी चाहने वाली प्रजातियां जैसे बारानी दीप, शुष्क सम्राट, नरेंद्र 97 आदि की बुवाई करके, किसान भाई अच्छा उत्पादन ले सकते हैं डॉ संजीत कुमार बताया कि ऐसा क्षेत्र जहां पर वार्षिक वर्षा 50 से 75 सेंटीमीटर तक होती है उस क्षेत्र को ड्राई लैंड एरिया कहते हैं तथा ड्राईलैंड एरिया में होने वाली खेती को ड्राईलैंड एग्रीकल्चर के नाम से जाना जाता है सामान्य रूप से इन क्षेत्रों में लगभग सभी फैसले जैसे धान, मक्का, ज्वार, बाजारा, गेहूं, जो, चना, मटर, सरसों आदि की खेती सफलतापूर्वक की जा सकती है वहीं पर ऐसा क्षेत्र जहां पर वार्षिक वर्षा 75 सेंटीमीटर से अधिक होती है उसे क्षेत्र को रेनफेड एरिया यानी के वर्षा आधारित क्षेत्र कहते हैं इन क्षेत्रों में मुख्य रूप से खरीफ के मौसम में धान सिंघाड़ा मखाना कमल शादी की खेती के साथ-साथ मछली पालन, झींगा पालन, मोती आदि की खेती कर सकते हैं l डॉ संजीत कुमार ने कहा के प्रकृति के दिए हुए इस उपहार का लाभ उठाते हुए किसान वर्षा की सघनता के आधार पर विभिन्न फसलों की खेती करके अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं केंद्र के सस्य वैज्ञानिक डॉ सोमेंद्र नाथ ने वर्षा आधारित क्षेत्रों में जल संरक्षण करने की विभिन्न विधियां जैसे मेड बंदी समतलीकरण स्कूपिंग, कुंड एवं मेड पर बेड पर बुवाई, जल निकास की व्यवस्था आदि पर विस्तृत जानकारी दी l भूमि संरक्षण अधिकारी डॉ शत्रुघन सिंह ने कृषि विभाग की योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी देकर किसानों का ज्ञानवर्धन किया किसान गोष्ठी एवं संवाद कार्यक्रम के उपरांत कृषि विज्ञान केंद्र बलिया के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ संजीत कुमार, वैज्ञानिक डॉ सोमेंद्र नाथ ने इस कार्यक्रम में कृषि विभाग के क्षेत्रीय अधिकारियों/ कर्मचारियों सहित क्षेत्र के रणधीर सिंह रसड़ा ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि एवं प्रगतिशील किसान मुन्नन मौर्या, सुरेन्द्र यादव, सुरेश राजभर, अरुण सिंह, रामानन्द यादव, हरेंद्र खरवार आदि से संवाद करके उनके द्वारा उगाई फसलों में पोषक तत्व प्रबंधन, कीट एवं रोग प्रबंधन आदि विषय पर चर्चा की ग्राम सराय भारती रसड़ा के कार्यक्रम का समापन हुआ l उसके तुरंत बाद वैज्ञानिक की टीम नें ग्राम रतसर में पहुंच कर प्रगतिशील किसान वीरेंद्र कुमार भारती के प्रक्षेत्र का भ्रमण किया और उन्हें व्यवसायिक केंचुआ खाद उत्पादन करनें की सलाह दी एवं धान की फसल का अवलोकन कर अधिक उत्पादन हेतू वैज्ञानिक सलाह दी l प्रगतिशील किसान वीरेंद्र कुमार भारती ने वैज्ञानिकों का धन्यवाद कर आभार व्यक्त किया l