
धन-वर्षा के चार महासंयोग: दीपावली से पहले शुरू होगी सोने-चांदी की खरीदारी! 18 अक्टूबर को 'अबूझ मुहूर्त'... आचार्य सुजीत शास्त्री (मिट्ठू बाबा)
सनातन परंपरा का सबसे पवित्र महीना, कार्तिक मास, इस वर्ष धर्म-कर्म के साथ-साथ धन और वैभव की देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के अद्भुत अवसर को लेकर आया है। इस वर्ष दीपावली का महापर्व 20 अक्टूबर, सोमवार को मनाया जाएगा, लेकिन इससे पहले खरीदारी के लिए चार ऐसे महाशुभ संयोग बन रहे हैं, मानो स्वयं लक्ष्मी ने अपने भक्तों के लिए खजाना खोल दिया हो।
वैशाली जिला के भगवानपुर प्रखंड निवासी प्रसिद्ध आचार्य सुजीत शास्त्री (मिट्ठू बाबा) ने बताया कि करवा चौथ की रौनक के बाद अब सभी लोगों का सारा ध्यान दीपावली की तैयारियों पर है। उन्होंने विशेष रूप से चार तिथियों को चिह्नित कर बताया की ये चारो तिथि पर खरीदारी और पूजा-अनुष्ठान करना सुख-समृद्धि में कई गुना वृद्धि करेगा।
इन्होंने तिथियों का जिक्र करते हुए बताया कि
14 और 15 अक्टूबर: पुष्य नक्षत्र का दोहरा आशीर्वाद इस दिन पुष्य नक्षत्र के साथ दो सिद्ध योग, सर्वार्थ सिद्धि और सर्वार्थ अमृत सिद्धि योग का दुर्लभ संयोग बन रहा है। आचार्य शास्त्री के अनुसार, यह योग भूमि, भवन, बड़े निवेश, या नए काम की शुरुआत के लिए सर्वश्रेष्ठ है। यह योग हर तरह के धार्मिक कार्यों के लिए भी 'अमृत' के समान है।
17 अक्टूबर: सिद्ध योग में चांदी चमकेगी कार्तिक कृष्ण एकादशी यानी रंभा एकादशी को मघा नक्षत्र और सिद्ध योग का संयोग है। यह दिन मां लक्ष्मी के आवाहन के लिए सबसे खास है। आचार्य शास्त्री ने बताया कि इस दिन चांदी के आभूषण व बर्तन, मवेशी, इलेक्ट्रॉनिक सामान और उपकरण खरीदना परिवार के लिए बरकत लाएगा।
18 अक्टूबर: धनतेरस पर 'शनि प्रदोष' का अबूझ मुहूर्त! यह दिन खरीदारी का 'महापर्व' है। कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी पर धनतेरस के साथ शनि प्रदोष धन्वंतरि जयंती का अद्भुत संगम हो रहा है, जिससे यह दिन 'अबूझ मुहूर्त' बन गया है। बिना पंचांग देखे इस दिन सोना-चांदी, लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति, नया झाड़ू, बर्तन, वाहन, भवन या व्यापार आरंभ करना अति उत्तम माना गया है। धार्मिक मान्यता है कि इस अबूझ मुहूर्त में खरीदी गई वस्तु कई पीढ़ियों तक लाभ देती है।
19 अक्टूबर: सर्वार्थ सिद्धि योग में शुभ खरीदारी दीपावली से ठीक पहले, हनुमान जयंती के दिन, उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र के साथ सर्वार्थ सिद्धि और सर्वार्थ अमृत सिद्धि योग का एक और शक्तिशाली संयोग बन रहा है। इस उत्तम संयोग में घरेलू वस्तुओं के साथ-साथ अन्य उपयोगी सामानों की खरीदारी भी घर में लक्ष्मी का वास सुनिश्चित करेगी।
आचार्य सुजीत शास्त्री (मिट्ठू बाबा) ने बताया कि इन शुभ मुहूर्तों में की गई खरीदारी केवल भौतिक वस्तु नहीं, बल्कि सौभाग्य को घर लाने जैसा है। अंत में, 20 अक्टूबर को दीपावली के दिन शुभ मुहूर्त में पूजन सामग्री और वस्त्र खरीद कर माता लक्ष्मी और भगवान गणेश का पूजन करने से सुख, वैभव और यश की प्राप्ति होगी।