स्वच्छता है मातृ और शिशु स्वास्थ्य की कुंजी स्वच्छता से दूर होता है कुपोषण और बीमारी का खतरा
आगरा। महिला एवं बाल विकास विभाग की अपर मुख्य सचिव लीना जौहरी ने कहा कि स्वच्छता न केवल बच्चे के विकास बल्कि धात्री महिला की सेहत की भी कुंजी है। स्वच्छ व्यवहार न अपनाने पर महिला या बच्चा कुपोषण का शिकार हो सकता है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता स्वच्छता के महत्व को समझकर अपने क्षेत्र में व्यवहार परिवर्तन लाएंगी तो निश्चित रूप से प्रदेश में मातृ और शिशु स्वास्थ्य सूचकांकों में सुधार होगा।
पोषण माह के तहत आयोजित कार्यशाला में दिए गए महत्वपूर्ण संदेश
कार्यशाला में बताया गया कि सिर्फ सही समय पर हाथ धोने से 80 प्रतिशत बीमारियां रोकी जा सकती हैं। मुंह की स्वच्छता न रखने पर गर्भवती महिला और शिशु दोनों की सेहत प्रभावित हो सकती है और कुपोषण का खतरा बढ़ जाता है।