
जमशेदपुर में बढ़ता प्रदूषण: उद्योगों और वाहनों से बढ़ी चिंता
जमशेदपुर, झारखंड | 9 अक्टूबर 2025:
स्टील सिटी के नाम से मशहूर जमशेदपुर इन दिनों गंभीर प्रदूषण की चपेट में है। हाल के दिनों में शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) लगातार खराब श्रेणी में दर्ज किया जा रहा है। पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि अगर स्थिति पर जल्द नियंत्रण नहीं पाया गया, तो शहरवासियों के स्वास्थ्य पर दीर्घकालिक असर पड़ सकता है।
📈 मुख्य कारण
1. औद्योगिक उत्सर्जन:
टाटा स्टील समेत कई बड़े कारखानों से निकलने वाले धुएं और कचरे ने वायु और जल प्रदूषण दोनों को बढ़ा दिया है।
2. वाहनों की बढ़ती संख्या:
निजी वाहनों की बढ़ोतरी से शहर के प्रमुख क्षेत्रों—बिष्टुपुर, साकची और टेल्को—में धूल और धुएं का स्तर बढ़ गया है।
3. निर्माण कार्य और धूल:
शहर में चल रहे सड़क और भवन निर्माण कार्यों के कारण हवा में धूल के कणों की मात्रा लगातार बढ़ रही है।
⚠️ स्वास्थ्य पर असर
जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार, पिछले कुछ महीनों में सांस की बीमारियों, एलर्जी और आंखों में जलन के मामलों में लगभग 25% की वृद्धि हुई है। बच्चे और बुजुर्ग सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं।
🗣️ स्थानीय लोगों की राय
स्थानीय निवासी राजेश कुमार कहते हैं, “पहले सुबह की हवा ताज़गी देती थी, अब धुआं और धूल ही महसूस होती है।” वहीं, छात्रा नीलम गुप्ता ने कहा कि स्कूल जाते समय अक्सर मास्क पहनना जरूरी हो गया है।
📍निष्कर्ष
जमशेदपुर का औद्योगिक गौरव अब पर्यावरणीय संकट में बदलता दिख रहा है। यदि उद्योग, प्रशासन और नागरिक मिलकर कदम नहीं उठाते, तो आने वाले समय में यह समस्या और गंभीर रूप ले सकती है।