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रांची में विश्व भारती जन सेवा संस्थान का विरोध मार्च, सहारा प्रबंधन और केंद्रीय सहकारिता मंत्री के खिलाफ नारेबाजी

रांची में विश्व भारती जन सेवा संस्थान का विरोध मार्च, सहारा प्रबंधन और केंद्रीय सहकारिता मंत्री के खिलाफ नारेबाजी

रांची, 09 अक्टूबर 2025।
विश्व भारती जन सेवा संस्थान के बैनर तले सहारा समूह के खिलाफ एक जोरदार विरोध प्रदर्शन और पैदल मार्च का आयोजन किया गया। यह मार्च रांची में निकाला गया, जिसमें संस्थान के सदस्यों के साथ बड़ी संख्या में पीड़ित निवेशक और एजेंट शामिल हुए।

प्रदर्शन के दौरान प्रतिभागियों ने केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह, सहारा समूह की शीर्ष प्रबंधन सदस्य सपना रॉय, ओ.पी. श्रीवास्तव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के विरुद्ध नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि सहारा समूह द्वारा वर्षों पूर्व की गई जमा राशियों को अब तक वापस नहीं किया गया है, जिससे लाखों निवेशक और एजेंट आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं।

विरोध मार्च में संगठन महासचिव नागेंद्र कुमार कुशवाहा, संतोष कुमार, विजय कुमार, अशोक कुमार, नाज, मुन्नी देवी, प्रवीण कुमार श्रीवास्तव और अरुण ठाकुर सहित कई अन्य निवेशक और संस्थान के सदस्य सक्रिय रूप से शामिल रहे।
कार्यक्रम के दौरान संस्थान के पदाधिकारियों ने यह भी आवाहन किया कि आगामी 14 अक्टूबर 2025 को माननीय सर्वोच्च न्यायालय, नई दिल्ली में निवेदन करने हेतु सभी निवेशक और एजेंट बड़ी संख्या में पहुंचें, ताकि सहारा निवेशकों के अधिकारों की रक्षा के लिए एकजुट आवाज उठाई जा सके।
इस अवसर पर विश्व भारती जन सेवा संस्थान के महासचिव नागेंद्र कुमार कुशवाहा ने कहा कि,
“सहारा समूह के करोड़ों निवेशकों की मेहनत की कमाई वर्षों से अटकी हुई है। सरकार और सहकारिता मंत्रालय की चुप्पी अब असहनीय हो चुकी है। यदि शीघ्र समाधान नहीं निकाला गया, तो हम देशभर में व्यापक आंदोलन करेंगे और न्यायालय के माध्यम से अपना हक प्राप्त करेंगे।”

विश्व भारती जन सेवा संस्थान के प्रतिनिधियों ने कहा कि न्याय की लगातार मांग और सरकारी स्तर पर की गई अपीलों के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो आंदोलन को देशव्यापी रूप दिया जाएगा।
मार्च शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ, जिसके अंत में संस्थान के पदाधिकारियों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर सहारा निवेशकों की बकाया राशि शीघ्र दिलाने की मांग की।

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