logo

प्रधानमंत्री मोदी का सिक्खी से अटूट प्रेम, सिक्ख को फांसी चढ़ता नहीं देख सकते : सुखपाल सिंह सरां


कुछ राजनीतिक दलों ने बंदी सिक्खों के नाम पर की केवल सियासत, असल मुद्दे से जनता का ध्यान भटकाया :– सरां

चंडीगढ़ 04.10.2025 अल्फा न्यूज इंडिया प्रस्तुति----बंदी सिक्खों को लेकर पंजाब सहित पूरे देश में चल रहे माहौल के बीच भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, पूर्व प्रदेश सचिव एवं अमृतसर सह प्रभारी सुखपाल सिंह सरां ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का सिक्खी के प्रति अटूट प्रेम और श्रद्धा किसी से छुपी नहीं है। उन्होंने कहा कि एक ऐसा प्रधानमंत्री जो लाल किले पर गुरु पर्व मनाता है, गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व पर देशव्यापी आयोजन करता है, और गुरु तेग बहादुर जी की शहादत को समर्पित कार्यक्रमों में स्वयं शामिल होता है, वह कभी भी किसी सिक्ख को फांसी चढ़ता नहीं देख सकता। सरां ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी की नीयत साफ है, और वे देश में धार्मिक सौहार्द और भाईचारे के प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार बंदी सिक्खों के मुद्दे पर गंभीर है और हर सार्थक समाधान निकालने के लिए लगातार प्रयासरत है। उन्होंने अफसोस जताया कि कुछ राजनीतिक दलों ने बंदी सिक्खों के नाम पर केवल छोटी सियासत की है। उन्होंने कहा कि इन दलों ने कभी सच में बंदी सिक्खों की रिहाई नहीं चाही,बल्कि इस मुद्दे को केवल राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल किया है। जनता को गुमराह कर ये दल पंजाब में माहौल को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। सरां ने कहा कि जो सिक्ख अपनी सज़ा पूरी कर चुके हैं, उन्हें अब तुरंत रिहा कर सौहार्दपूर्ण जीवन जीने का अवसर दिया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सच्चे सिक्ख और गुरु प्रेमी नागरिकों को मिलकर गुरु साहिब के आगे अरदास करनी चाहिए कि सभी बंदी सिक्खों की जल्द रिहाई हो। उन्होंने अपील की कि पंजाब के धार्मिक व सामाजिक नेता प्रधानमंत्री मोदी से सीधे संवाद करें और इस मामले को शांति व सम्मान के साथ हल करने की दिशा में कदम उठाएँ। सरां ने कहा कि आज के समय में सिक्खी के भेष में कुछ विदेशी आई एस आई के एजेंट भेड़िये छिपे हुए हैं, जो पंजाब का माहौल खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। इन्हें बेनकाब करने की जरूरत है ताकि पंजाब में फिर से शांति, एकता और प्रेम का वातावरण स्थापित हो सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में देश में हर धर्म का सम्मान बढ़ा है, और सिक्ख समुदाय के योगदान को न केवल याद किया गया है, बल्कि इतिहास में उचित स्थान भी दिया गया है। अंत में सरां ने कहा कि अब समय है कि राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप छोड़कर सभी दल एक साथ आएँ और गुरु साहिब की शिक्षाओं के अनुरूप बंदी सिक्खों की रिहाई के लिए सार्थक संवाद और प्रयास करें।

5
164 views