छुई खदान ( नरेश कुमार स्वामी निंबार्क )निंबार्क संप्रदाय की बैरागी रियासत छुई खदान में राज परिवार ने विजयदशमी का त्यौहार बड़े धूमधाम से मनाया |
छत्तीसगढ़ के बैरागी रियासत छुईखदान में आज भी विजयादशमी के दिन परम्परागत रूप से राज परिवार द्वारा मिट्टी के रावण का वध किया जाता है । 02 अक्तूबर 2025 को छुईखदान राजमहल से भगवान राम की सवारी हनुमान जी के निशान के साथ निकली गई । श्रीराम जी के रथ के पीछे छुईखदान राजपरिवार के ज्येष्ठ सदस्य राजा गिरिराज किशोर दास जी अपने दोनों सुपुत्रों के साथ बग्गी में सवार थे । उन्होंने भगवान श्रीराम के प्रतिनिधि के रूप में निशान से मिट्टी के रावण का शिरोच्छेदन कर रावण वध की परम्परा पूर्ण की। बाद में लोग रावण की प्रतिमा की गीली मिट्टी का कुछ हिस्सा लेकर अपने अपने घर रवाना हो गए है ।लोग इस मिट्टी को धान की कोठी या फिर अपनी तिजोरी में रखते हैं । ऐसी मान्यता है कि इससे समृद्धि आती है । मिट्टी के रावण के वध के उपरांत स्कूल मैदान में हज़ारों लोगों की उपस्थिति के बीच नयनाभिराम आतिशबाजी के साथ रावण के पुतले का दहन किया गया ।