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पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय धमनगांव डिंडोरी में मनाई गई राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती

गांधी जी और शास्त्री जी का जीवन अनुकरणीय और प्रासंगिक

डिंडोरी:- भारतीय सांस्कृतिक धरोहर की गौरवशाली गरिमापूर्ण , पुण्यशालिनी देवी , सलिला पावन पुनीत मैकलसुता मां नर्मदा नदी के प्राकृतिक पावन तट पर स्थित उपनगरीय क्षेत्र में शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार की स्वायत्त संस्थान नवोदय विद्यालय समिति क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल मध्य प्रदेश के दिशा -निर्देशन और मार्गदर्शन में शिक्षाविद् प्राचार्य डॉ हर्ष प्रताप सिंह के कुशल नेतृत्व और अध्यक्षता में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय धमनगांव डिंडोरी (म.प्र.) में मनायी गयी।
कार्यक्रम की शुरुआत शिक्षाविद प्राचार्य डॉ हर्ष‌‌‌ प्रताप सिंह, उप प्राचार्य श्रीमती अलका विश्वकर्मा जी द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और भूतपूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी के छायाचित्र पर माल्यार्पण, पुष्पार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
कार्यक्रम की अगली कड़ी में कक्षा बारहवीं की छात्रा कुमारी रागिनी व्यौहार ने महात्मा गांधी जी के जीवन की प्रासंगिकता, गांधी जी के विचारों को अनुकरण करने की आवश्यकता पर अपने ओजस्वी विचार प्रस्तुत किए , तत्पश्चात कुमारी सुरभि धुर्वे ने भूतपूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जीवन के प्रसंग "जय जवान जय किसान " से प्रेरणादायक उद्धरण के साथ अपने विचार प्रकट किए। इसके बाद कक्षा दसवीं की छात्रा कामना धुर्वे ने महात्मा गांधी जी के चरित्र, सत्य और अहिंसा के प्रयोग के नैतिक और चारित्रिक मूल्यो की प्रासंगिकता आज भी आवश्यक है। कक्षा दसवीं के छात्र मास्टर नितिन नागेश ने लाल बहादुर शास्त्री जी के जीवन वृत पर अपने विचार प्रकट करते हुए शास्त्री जी का जीवन और नैतिक मूल्य आज भी अनुकरणीय है
विद्यालय के शिक्षकों की ओर से श्री के एल महोबिया (प्रवक्ता) पीजीटी हिंदी द्वारा अपने विचारों के माध्यम से लाल बहादुर शास्त्री जी और महात्मा गांधी जी के जीवन से जुड़े जीवन प्रसंगों और उनके संदेशों को बतलाते हुए रचनात्मक कविता भी प्रस्तुत कर छात्रों को नैतिक और चारित्रिक मूल्यो को ग्रहण करने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद कक्षा दसवीं की छात्राएं राही साहू , वंदना पदम अंशिका गुप्ता और कामना धुर्वे ने गांधी जी का प्रिय भजन " वैष्णव जन तेरे कहिए पीर पराई जाने रे"के माध्यम से दर्शकों का मंत्र-मुग्ध कर दिया ।
विदूषी उप-प्राचार्य महोदया श्रीमती अलका विश्वकर्मा जी ने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के जीवन को अपनाने के लिए विशेष रूप से बल देते हुए कहा कि आज वर्तमान समय में राजनीतिक स्तर पर नेताओं के नैतिक और चारित्रिक मूल्य गिर रहे हैं लोग स्वार्थी और लालची हो रहे हैं ऐसे समय में दोनों महान विभूतियां महात्मा गांधी और शास्त्री जीवन के जीवन को अपना कर निजी स्वार्थ से बचा जा सकता है शास्त्री जी और गांधी जी के जीवन के प्रयोग , सत्य और अहिंसा , सविनय अवज्ञा जैसे कार्य के औचित्य पर बल दिया ।
सम्पूर्ण कार्यक्रम में मंच संचालन कक्षा 12वीं के छात्र मास्टर हृदय मरावी ने किया।
गांधी जी और शास्त्री जी की जयंती के अवसर पर विद्यालय के शिक्षणेत्तर कर्मचारीगण संचिता बनर्जी सुनीता गुप्ता , कविता देवी , दीक्षा तिवारी , प्रतिभा पटेल पुष्पा पटेल , धर्मेंद्र सोनकर , मधुवंत राव धुर्वे , मनीष ठाकुर , मदन कन्नौजिया, सभाजीत पटेल , रामानंद , केशव धुर्वे एवं छात्र -छात्राओं की उपस्थिति गरिमा पूर्ण रही। अंत में कार्यक्रम अध्यक्ष शिक्षाविद प्राचार्य डॉक्टर हर्ष प्रताप सिंह जी द्वारा गांधी जी और शास्त्री के जीवन से प्रेरणा लेने के लिए विद्यालय छात्रों को को प्रेरित किया गया है इस प्रकार कार्यक्रम संपन्न हुआ

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