logo

शोक संदेश में दिया सामाजिक सुधार का संदेश – मृत्युभोज पर रोक की पहल

📰 आइमा मीडिया ब्यूरो रिपोर्ट

शोक संदेश में दिया सामाजिक सुधार का संदेश – मृत्युभोज पर रोक की पहल


गरीबी और सामाजिक दबाव के कारण अक्सर परिवार मृत्युभोज जैसी कुप्रथा का बोझ उठाते हैं और कर्ज तले दब जाते हैं। लेकिन हाल ही में प्रकाशित एक शोक संदेश ने समाज को नई दिशा दी है।

स्व. श्रीमती कुशलनी देवी के निधन पर जारी शोक संदेश में परिजनों ने स्पष्ट शब्दों में लिखा –
“भोजन की तलाश में न आएं, यहाँ कोई पार्टी नहीं होगी। हम पहले से ही दुःख में हैं।”

परिवार द्वारा यह कदम समाज के लिए अनुकरणीय उदाहरण है। इस साहसिक घोषणा ने मृत्युभोज जैसी कुप्रथा पर सवाल खड़े किए हैं और लोगों को यह सोचने पर मजबूर किया है कि शोक के अवसर पर दिखावे या भोज की आवश्यकता नहीं है।

परिजनों ने यह संदेश दिया है कि दुख की घड़ी में अनावश्यक खर्च की जगह सादगी और संवेदना ही पर्याप्त है। यह पहल आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी।

मृत्युभोजबन्दहो
सकारात्मकशुरुआत
आइमा_मीडिया



808
3611 views