logo

वतन अफगानिस्तान, जाना था ईरान। बैठ पूंछ जहाज की,पहुंचा हिंदोस्तान।।

होशियारपुर: 25 सितंबर,2025 (बूटा ठाकुर गढ़शंकर)
रोंगटे खड़े कर देने वाली यह घटना रौचक भी और हैरत एंगेज भी है। एक तरफ़ नाबालिग बच्चे की बहादुरी भी और दूसरी तरफ शात्र दिमाग़ भी है।
प्राप्त जानकारी अनुसार बात अफगानिस्तान के एक 13 साला नाबालिग बच्चे की है जिसका नाम हजूर अहमद है जो अपने निजी कारणों से ईरान जाना चाहता था जिसके चलते वह चोरी छिपे काबुल हवाई अड्डे पर पहुंचा और बचते बचाते एक जहाज (आर क्यू 4401) के "टेल व्हील लैंडिंग गियर" में छुप गया। यह उड़ान बीते समय में काबुल से दिल्ली के लिए सुबह 8.46 से रवाना हो कर दिल्ली एयरपोर्ट टर्मिनल 3 पे 10.20 पर भारतीय समय अनुसार 94 मिनट्स में 2650 किलोमीटर का सफ़र तय करते हुए पहुंची। आप खुद अंदाजा लगा सकते हो कि इतना लंबा समय और हजारों किलोमीटर की दूरी ऊपर से तेज़ रफ़्तार और बैठने के लिए सिर्फ जहाज की हवादार खुली पूंछ हो तो सोचते ही रूह को कंपकंपा जाती है। हालांकि इस खतरनाक सफर में उक्त लड़के को हवा के थपेड़ों से घातक चोटें भी आईं। किंतु फिर भी सुरक्षित है।इस में कोई शक नहीं कि बच्चे की बहादुरी काबिले तारीफ है। पर मैं समझता हूं कि तालिबानियों के प्रभाव से अनपढ़ता और अज्ञानता से सराबोर मूर्खता परिपूर्ण कार्य है। वहां का माहौल ही ऐसा है जिसका सीधा प्रभाव बच्चों के दिलोदिमाग पर इस कदर छा जाता है कि जिंदगी और मौत के बीच कोई अंतर ही नहीं समझ पाते। ऐसे बच्चे ही आत्मघाती बॉम्ब बन जाते हैं।
दिल्ली एयरपोर्ट के स्टाफ ने पूछताछ में पाया कि वह अफ़गानिस्तान के कुंदूज प्रांत में एक गरीब परिवार का लड़का है। जिसे प्रशासनीय कारवाई उपरांत वापिस भेज दिया गया। दूसरी तरफ यह सारी घटना काबुल हवाई अड्डे के कर्मचारियों की बड़ी लापरवाही मानी जा रही है।

234
13481 views