संशोधित GST दरों का लाभ ग्राहकों तक नहीं
ब्रांडेड शोरूम और ऑनलाइन कंपनियों ने घटाए दाम, लेकिन स्थानीय बाजार में मुनाफाखोरी जारी
नई दिल्ली।
सरकार ने हाल ही में उपभोक्ताओं को राहत देने के उद्देश्य से कई उत्पादों पर संशोधित GST दरों की घोषणा की। ब्रांडेड आउटलेट्स और ऑनलाइन कंपनियों ने तुरंत इस फैसले को लागू करते हुए कीमतों में कमी की है। लेकिन अधिकांश नाॅन-ब्रांडेड और स्थानीय दुकानदार अब भी पुराने दामों पर ही उत्पाद बेच रहे हैं।
ग्राहक शिकायत कर रहे हैं कि उन्हें सरकार की मंशा के अनुरूप कीमतों में कोई राहत नहीं मिल रही। दूसरी ओर, स्थानीय दुकानदार इन ब्रांडेड शोरूम और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को “धंधा खराब करने वाला” कहकर कोसते भी नज़र आ रहे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह रवैया न केवल उपभोक्ताओं के हितों के खिलाफ है बल्कि सरकार की नीतियों को भी निष्प्रभावी बना रहा है। इससे आम जनता को फायदा पहुंचाने की बजाय मुनाफाखोरी को बढ़ावा मिल रहा है।
ग्राहक संगठन और अर्थशास्त्री सरकार से मांग कर रहे हैं कि ऐसे मामलों पर कड़ी निगरानी और कार्रवाई हो, ताकि कर संरचना में बदलाव का लाभ सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचे।