logo

क्या आज का युवा अपने भविष्य को लेकर जरा भी चिंतित है ?

सोचने वाली बात है , एक समय था जब 12वीं कक्षा का विद्यार्थी अपने भविष्य के लिए इतना गंभीर था कि परीक्षा परिणाम आने से पहले ही भविष्य में क्या करना है इसका बोध हो जाया करता था , किन्तु आज का युवा 12वीं हो जाने बाद और ग्रेजुएशन हो जाने के बाद और तो और पोस्ट ग्रेजुएशन हो जाने बाद भी यह नहीं बता सकता कि उसे भविष्य में क्या करना है ? यह सोचने बात नहीं है ? आखिर ऐसा क्यूँ हो रहा है ? पहले के जमाने में माता पिता और रिश्तेदार भी इतने पढ़े लिखे नहीं हुआ करते थे | किन्तु आज माता पिता एवं रिश्तेदार सभी अच्छे खासे पढ़े लिखे और समझदार होते है , फिर भी युवा क्यूँ अपने भविष्य की प्लानिंग नहीं बना पा रहा ? इसका सबसे बड़ा कारण है " मोबाइल का अत्यधिक इस्तेमाल " | मोबाइल का अत्यधिक इस्तेमाल मानसिक और शारीरिक चेतना को कमजोर कर रहा है | मोबाइल का अत्यधिक इस्तेमाल से मनुष्य को संवेदनाओ और परिस्थितियों पर नियंत्रण रखना अब नामुमकिन हो गया है | अक्सर अख़बारों में ऐसी ऐसी दिल देहला देने वाली ख़बरें पद कर मन व्याकुल हो उठता है | मोबाइल के उपयोग को कम करने के लिए अब स्कूल कॉल्लेजों में व्यापक स्तर पर नियम बनाने चाहिये | माता पिता को भी अपने बच्चों को मोबाइल के अत्यधिक उपयोग करने पर रोकना चाहिये | यह स्तिथि आने वाले समय में कितनी भयवाह होने वाली है इसके अंदाजा हमें अब लग चूका है | अब इससे बचने और इसे रोकने के लिए नियम और सीमायें बनानी आवश्यक है , वरना हम हमारी आने वाली नस्लों को बर्बाद होते हुए खुद अपनी आखों से देखेंगे |

20
118 views