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रुद्रपुर :- घर बैठे काम का झांसा देकर 2.51 लाख रुपये ले उड़े ठग #upendrasingh

साइबर अपराधियों ने एक महिला को वर्क फ्राॅम होम का झांसा देकर 2.51 लाख रुपये की ठगी कर ली। पीड़ित की शिकायत पर साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में साइबर अपराधियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। रुद्रपुर के आवास विकास निवासी रुकसार फातमा ने साइबर थाना पुलिस को बताया कि तीन सितंबर को उन्होंने इंस्टाग्राम पर वर्क फ्रॉम होम का लिंक एक्सेस किया था। इसके बाद अज्ञात नंबर से उनके व्हाट्सएप पर मैसेज में टेलीग्राम का लिंक भेजा गया। उनको लिंक पर क्लिक कर वर्क फ्रॉम होम का काम देने की बात कही गई और इसके एवज में पांच से 20 हजार रुपये तक की आय का झांसा दिया गया।
उन्होंने लिंक एक्सेस करने पर 180 रुपये का बोनस मिलना बताया गया। उनकी ओर से लिंक एक्सेस करने पर उनके खाते में रुपये क्रेडिट हुए थे। इसके अलावा टेलीग्राम की एक आईडी और कोड के साथ लिंक दिया गया। इसको एक्सेस करने पर उनको टास्क प्राप्त होना था। उनको टास्क पर रेटिंग देनी होती थी और 20 टास्क पूरे होने पर 200 रुपये मिलने थे। उन्होंने 20 टास्क पूरे गए तो अज्ञात टेलीग्राम आईडी से 200 रुपये उनके खाते में भेज दिए गए।

इसके बाद उनको एक से 10 तक टास्क पूरे करने पर 1350 रुपये प्राप्त होने थे। उनकी ओर से टास्क पर काम करने के दौरान 800 रुपये मांगे गए तो पैसे आ गए। टास्क के पूरे होने पर 1350 रुपये भी उनको मिल गए। कुछ और टास्क पूरे करने पर उनको 3400 रुपये मिले। उनको 10,900 रुपये भेजने पर ब्याज सहित वापस करने की बात कही गई। दो स्टेप पूरे करने और पहले में 29,900 रुपये भेजने को कहा गया और ब्याज सहित 45,000 वापस करने की बात कही गई। उनसे टास्क कराने के बाद रुपये वापस नहीं मिले और खाता फ्रीज होने की बात कही गई। इसके लिए 48 हजार चार सितंबर को जमा कराए गए। फिर से खाता फ्रीज होने का बहाना बनाकर ठगों ने 80 हजार लिए। उनको टास्क पूरा होने और विड्राल कोड देने की बात कही। ठगों ने खाता फ्रीज होने की बात कहकर 77 रुपये जमा कराए गए। उन्होंने अपनी धनराशि वापस करने के लिए प्रक्रिया की तो उनसे रुपयों की मांग की गई।

इस पर उनको खुद के साथ ठगी का एहसास हुआ था। उन्होंने इसकी शिकायत ऑनलाइन साइबर पोर्टल 1930 पर भी की। कहा कि अज्ञात व्यक्तियों ने खुद को सेबी का फर्जी प्रतिनिधि बनकर दो दिन में 2,51,800 रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी की है। प्रभारी निरीक्षक अरुण कुमार ने बताया कि इस मामले में केस दर्ज कर विवेचना की जा रही है। जिन खातों में रुपये ट्रांसफर किए गए हैं, उनके माध्यम से साइबर अपराधियों को चिह्नित किया जाएगा।

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