
पैग़म्बर मोहम्मद साहब के 1500 सालाना जश्न पर क्विज़ प्रतियोगिता और पुरस्कार वितरण समारोह।
पैग़म्बर मोहम्मद साहब के 1500 सालाना जश्न पर क्विज़ प्रतियोगिता और पुरस्कार वितरण समारोह।
रिपोर्ट -रियाज फारुक खोकर
*आनंद चौकसे फखरे बुरहानपुर अवार्ड (बुरहानपुर का गौरव) से सम्मानित*
*हमारा मुख्य लक्ष्य बच्चों को पुस्तक संस्कृति के करीब लाना: बरकाती*
बुरहानपुर। पैग़म्बर मोहम्मद साहब के 1500 जशने मिलाद (जन्म दिवस) के अवसर पर दारुस्सुरूर एजुकेशन सोसाइटी की ओर से आयोजित क्विज़ प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण समारोह दिनांक 14 सितम्बर 2025 को रात्री 9 बजे मोमिन जमात खाना अंसार नगर मे बड़े ही उत्साह और जोश के साथ सम्पन्न हुआ।
याद रहे कि यह क्विज़ प्रतियोगिता (एग्ज़ाम) दिनांक 7 सितम्बर 2025 को आयोजित की गई थी, जिसमें ज़िले की विभिन्न शालाओं से लग-भाग एक हज़ार (1000) से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया था। बच्चों ने पैग़म्बर मोहम्मद साहब के जीवन, उनकी तालीम और इंसानियत व भाईचारे के पैग़ाम से जुड़े सवालों के उत्साहपूर्वक उत्तर दिए थे।
संस्था के अध्यक्ष तनवीर रज़ा बरकाती ने कहा कि हमारा मुख्य लक्ष्य बच्चों को पुस्तक संस्कृति के करीब लाना और उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करना है।
आज हुए पुरस्कार वितरण समारोह में माइक्रो विजन अकादमी बुरहानपुर के डायरेक्टर आनंद प्रकाश चौकसे जी तथा जलगांव से तशरीफ़ लाए अब्दुल डाँ. करीम सालार साहब विशेष रूप से उपस्थित रहे। उनकी मौजूदगी ने बच्चों और समाज दोनों का हौसला बढ़ाया।
इस अवसर पर नगर निगम के कई पार्षदगण, पुलिस थाना सिटी कोतवाली के थाना प्रभार सीता राम सोलंकी जी, और अजय सिंह रघुवंशी जी, ताहिर नक्काश जी, नूरुद्दीन काज़ी जी, मौलाना अब्दुल रशीद चिश्ती आदि मौजूद रहे और बच्चों का उत्साहवर्धन किया।
प्रतियोगिता में कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद कुल 36 पुरस्कार तक़सीम किए गए। इसमें ग्रुप A और ग्रुप B दोनों श्रेणियों में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को सम्मानित किया गया। इसके अलावा 15-15 विद्यार्थियों को उनके उम्दा प्रदर्शन के लिए विशेष पुरस्कार दिए गए।
दारुस्सुरूर एजुकेशन सोसाइटी की और से एडवोकेट मोहम्मद एहतेशाम ने अपने संबोधन में कहा कि यह आयोजन पूरी टीम की मेहनत और समाज के सहयोग से संभव हो पाया। उन्होंने बच्चों के माता-पिता (वालिदैन) का शुक्रिया अदा किया और कहा कि बच्चों की तरक़्क़ी और हौसला-अफ़ज़ाई में परिवार की भूमिका अहम होती है।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शिक्षाविद, समाजसेवी, नगर निगम प्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे और विजेता बच्चों का हौसला बढ़ाया।