
विकास की राशि से लग्जरी शौक पूरे कर रहे प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी की मिलीभगत से चल रहा खुला खेल
ईसानगर खीरी। विकास खंड ईसानगर के ग्राम पंचायत सरपतहा में व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान ने विकास की राशि को लूटकर जमीन खरीद,अपने लिए लग्जरी गाड़ियां और अपने निजी शौक पूरे किए, वहीं इस खेल में ग्राम विकास अधिकारी भी हिस्सेदार बने।
ग्राम पंचायत के रिकॉर्ड खंगालने पर कई संदिग्ध भुगतान सामने आए हैं। सबसे पहले विशाल इंटरप्राइजेज नाम की फर्म को हैंडपंप मरम्मत के नाम पर ₹30,635 और रिबोर कार्य के नाम पर ₹80,287 का भुगतान किया गया। जांच में सामने आया कि जिस पते पर यह फर्म दर्ज है, वहां कोई दुकान मौजूद ही नहीं है। सवाल उठता है कि जब फर्म ही नहीं है तो सामान और काम कहां से आया? मतलब साफ है – कागज पर कार्य और जेब में पैसा।
इसी तरह मौर्या इंटरप्राइजेज को वॉल पेंटिंग के लिए ₹17,500, स्टेशनरी के लिए ₹18,200 और प्रशासनिक व्यय के लिए ₹18,500 का भुगतान किया गया। फर्म संचालक से पूछताछ में उसने खुद स्वीकार किया कि सामान मौके पर नहीं होता, जरूरत पड़ने पर कहीं और से उठवा दिया जाता है। जबकि इस फर्म की जीएसटी भी इनएक्टिव पाई गई।
सबसे बड़ा घोटाला मां इंटरप्राइजेज के जरिए सामने आया। पंचायत ने यहां से 50 15वाट स्ट्रीट लाइट का भुगतान ₹1,93,550 किया। प्रति लाइट ₹3,280.51 का हिसाब लगाया गया, जबकि ऐसी लाइट बाजार में महज ₹1,600 की मिलती है। मजे की बात यह कि ग्राम पंचायत में एक भी लाइट नहीं लगाई गई। ग्रामीणों का कहना है कि विधायक द्वारा उपलब्ध कराई गई लाइट को ही प्रधान ने अपनी बता कर जनता को गुमराह किया। ग्रामीणों का कहना है कि सरपतहा ग्राम पंचायत में अब तक का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है। प्रधान और अधिकारियों की मिलीभगत से सरकारी धन की जमकर बंदरबांट की गई और विकास कार्यों को केवल कागजों पर ही दिखाया गया।
इस मामले पर खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) ईसानगर धन प्राप्त यादव ने कहा जानकारी मिली है, जांच कराई जाएगी। हमारे रहते भ्रष्टाचार नहीं होने दिया जाएगा और कमियों पर विशेष कार्यवाही होगी।