
शिक्षा, शिक्षा का स्तर और शिक्षण संस्थाएं
शिक्षा (Education) वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से व्यक्ति के ज्ञान, कौशल और व्यवहार का विकास होता है, जिससे वह एक बेहतर और योग्य नागरिक बन पाता है। यह जीवन भर चलने वाली एक प्रक्रिया है जो समाज के सतत विकास, शांति और असमानता को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। शिक्षा व्यापक और संकुचित दोनों रूपों में होती है; व्यापक रूप में यह समाज में अनौपचारिक रूप से होने वाली सीखने-सिखाने की क्रिया है, जबकि संकुचित रूप में यह स्कूलों और कॉलेजों जैसी संस्थाओं में सुनियोजित तरीके से होती है।
"मुफ्त शिक्षा अनिवार्य शिक्षा".....
जहां एक तरफ सरकार "मुफ्त शिक्षा अनिवार्य शिक्षा" के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए यह संकल्प ले रखी है वही दूसरी तरफ गैर सरकारी शिक्षण संस्थाओं में बेहतर शिक्षा के नाम पर अभिभावकों से बेशुमार पॉकेट पर बोझ बनी और ठगी बनी महसूस कर रही है, इतना ही नहीं यह बोझ इतनी भारी होती जा रही है कि इसका भर वाहन करने वाले नौनिहालों का जीवन दबता हुए जा रहा है।
क्या सरकार "एकल शिक्षा नीति" के तहत पूरे भारत में एक पाठ्यक्रम और एक शिक्षा नीति बनाए जाने का प्रयत्न करेगी या शिक्षा के बोझ से हर एक को दबाते हुए देखेगी।