
*टेरेस फार्मिंग: पंचकूला की अमिता ने छत को बनाया हरा-भरा बगीचा*
मनोज शर्मा,पंचकूला। शहर की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी और भागदौड़ के बीच लोग अब शांति और सुकून पाने के लिए नए-नए शौक अपना रहे हैं। ऐसा ही एक उदाहरण पेश किया है पंचकूला की रहने वाली अमिता ने, जिन्होंने अपने घर की छत को एक हरे-भरे बगीचे में बदल दिया है।
अमिता पिछले एक साल से टेरेस फार्मिंग कर रही हैं। उनके छोटे से गार्डन में बैंगन, शिमला मिर्च, भिंडी और टमाटर जैसी सब्जियां लहलहा रही हैं। अमिता बताती हैं कि सबसे ज्यादा खुशी उन्हें तब मिलती है, जब पौधों पर नई कोंपलें और सब्जियां दिखने लगती हैं। हरी मिर्चों को शाखों के बीच छिपा देख उनका मन खुशी से भर उठता है।
खास बात यह है कि अमिता पूरी तरह से जैविक खेती करती हैं। उनका कहना है कि अपने हाथों से उगाई गई ताज़ी और ऑर्गेनिक सब्जियां खाने का स्वाद ही अलग होता है। यह शौक न केवल उनके परिवार को स्वस्थ भोजन दे रहा है, बल्कि उन्हें मानसिक सुकून और प्रकृति के करीब रहने का अनुभव भी करा रहा है।
अमिता का मानना है कि टेरेस फार्मिंग आज की व्यस्त ज़िंदगी में तनाव दूर करने का बेहतरीन उपाय है। वह अन्य लोगों को भी यह शौक अपनाने की सलाह देती हैं। उनके मुताबिक, यह न केवल परिवार को स्वास्थ्य देगा बल्कि जीवन में नई ऊर्जा और खुशी भी भर देगा।