
पलामू, लेस्लीगंज से बड़ी खबर :
गरीबी से तंग आकर दंपति ने दूधमुंहे बच्चों को ₹50 हजार में बेचा, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लिया संज्ञान
पलामू – पलामू जिले के लेस्लीगंज प्रखंड अंतर्गत लोटवा ग्राम से मानवता को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। यहां अत्यधिक गरीबी और आर्थिक तंगी से जूझ रहे एक दंपति ने अपने दूधमुंहे बच्चों को महज ₹50,000 में बेच डाला। इस घटना के सामने आते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
सूत्रों के अनुसार, बीते रविवार को स्थानीय प्रशासन ने सक्रियता दिखाते हुए बच्चों को बरामद किया और फिर माता-पिता को सौंप दिया। इस बीच, घटना की गंभीरता को देखते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने तुरंत संज्ञान लिया और अधिकारियों को मामले की पूरी जांच कर पीड़ित परिवार को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
वहीं, झारखंड सरकार के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर सोमवार को लोटवा ग्राम पहुंचे और पीड़ित दंपति से मुलाकात की। उन्होंने परिवार को भरोसा दिलाया कि सरकार उनके साथ खड़ी है और अब उन्हें किसी प्रकार की आर्थिक कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि परिवार को तत्काल सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जाए, राशन, आवास और चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि यह दंपति लंबे समय से गरीबी की मार झेल रहा था। घर में रोज़ाना दो जून की रोटी जुटाना भी मुश्किल हो गया था। मजबूरी में उन्होंने अपने बच्चों को बेचने जैसा कदम उठा लिया, जो समाज और व्यवस्था के लिए एक गहरी चिंता का विषय है।
फिलहाल प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। बच्चों की बरामदगी के बाद अब उनके सुरक्षित भविष्य को लेकर चर्चा तेज हो गई है।
🔹 मुख्यमंत्री का संदेश: "झारखंड सरकार किसी भी गरीब परिवार को ऐसे हालात में जीने के लिए मजबूर नहीं होने देगी। दोषियों पर कार्रवाई और पीड़ितों को न्याय दिलाना हमारी प्राथमिकता है।"
यह घटना न केवल सरकार और प्रशासन बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है कि गरीबी और भूख जैसी समस्याओं के समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।