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गोंदिया जिले के गंगाझरी में कृत्रिम तालाब में पर्यावरणपूरक गणेश विसर्जन ग्रामवासियों का उत्स्फूर्त सहभाग, पर्यावरण संरक्षण का आदर्श उपक्



एकोडी (गोंदिया) :
गणेशोत्सव के अवसर पर गंगाझरी में इस वर्ष पर्यावरणपूरक तरीके से गणेश विसर्जन किया गया। ग्राम पंचायत और स्थानीय प्रशासन की पहल पर गांव में विशेष कृत्रिम तालाब का निर्माण किया गया, जिसमें भक्तों ने अपनी गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया।
इस उपक्रम में पूर्व पंचायत समिति सभापति देवका वरखडे, ग्राम पंचायत सदस्य, ग्रामवासी, युवा मंडल, महिला मंडल और सामाजिक संस्थाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। बीते कुछ वर्षों से नदियों और नालों में होने वाले गणेश विसर्जन के कारण जल प्रदूषण बढ़ रहा था, इसी को ध्यान में रखते हुए इस बार गांव में पर्यावरणपूरक पद्धति को प्राथमिकता दी गई। कृत्रिम तालाब में विसर्जन के बाद मूर्तियों के अवशेष अलग कर उनका उचित पुनर्वापर और प्रबंधन किया जाएगा, यह जानकारी ग्राम पंचायत की ओर से दी गई।
कार्यक्रम के दौरान ग्राम पंचायत सरपंच सोनू घरडे ने कहा—
“गणेशोत्सव आस्था का पर्व है, लेकिन आस्था के साथ प्रकृति की रक्षा करना भी हमारा कर्तव्य है। कृत्रिम तालाब में विसर्जन से प्रदूषण रुकता है और जलस्रोत सुरक्षित रहते हैं।”
गांव के युवाओं ने विसर्जन शोभायात्रा में ढोल-ताशों की गूंज के साथ पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत कर गणराय को भावपूर्ण विदाई दी। वहीं महिला मंडलों ने आरती गाकर वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
गांव के ऋद्धि-सिद्धि नवयुवक गणेश मंडल, बंगलाटोली और कई नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लेकर “शुद्ध जल, स्वच्छ पर्यावरण” का संदेश दिया। कृत्रिम तालाब की व्यवस्था के कारण इस वर्ष का गणेशोत्सव प्रदूषणमुक्त और आदर्श ठरा, जिससे ग्रामवासियों ने संतोष व्यक्त किया.

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