
*शिक्षक दिवस के अवसर पर डॉ जगत नारायण नायक ने समाज से सीधे जुड़े पांच शिक्षकों को किया सम्मानित*
*शिक्षक दिवस के अवसर पर डॉ जगत नारायण नायक ने समाज से सीधे जुड़े पांच शिक्षकों को किया सम्मानित*
*अच्छे शिक्षकों के माध्यम से ही संस्कारित एवं सुयोग्य युवा पीढ़ी का निर्माण संभव- डॉ जगत नारायण*
*समाज की सुख-समृद्धि तथा राष्ट्र के विकास में शिक्षकों की भूमिका अहम- डॉ आर एन चौरसिया*
दरभंगा के चिकित्सक एवं समाजसेवी डॉ जगत नारायण नायक ने शिक्षक दिवस के अवसर पर समाज से सीधे जुड़े पांच शिक्षकों/चिकित्सकों को पाग, चादर, मखाना-माला, भगवद्गीता ग्रन्थ तथा पुष्प-माला आदि प्रदान कर सम्मानित किया, जिनमें डीएमसीएच, दरभंगा के गैनिक विभाग की पूर्व शिक्षका डॉ वसुंधरा रानी, आयुर्वेद कॉलेज, दरभंगा के पूर्व शिक्षक डॉ महेन्द्र लाल दास, मिथिला विश्वविद्यालय के संस्कृत- प्राध्यापक डॉ आर एन चौरसिया, पूअर होम, दरभंगा के नेत्र-चिकित्सा डॉ जी एम मिश्र तथा एमएलएसएम कॉलेज, दरभंगा की रसायनशास्त्र-प्राध्यापिका डॉ अंजू कुमारी के नाम शामिल हैं। इस अवसर पर सहरसा मेडिकल कॉलेज के सहायक प्राध्यापक डॉ आत्मा प्रकाश नायक, मोहम्मद दुलारे, रवि रंजन, विजय कुमार, किशन कुमार तथा संजय कुमार आदि सहित अनेक व्यक्ति उपस्थित थे। डॉ आत्मा प्रकाश नायक ने अतिथियों का स्वागत किया, जबकि डॉ अंजू कुमारी ने संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन किया।
डॉ महेन्द्र लाल दास ने कहा कि भारत के दूसरे राष्ट्रपति देशरत्न डॉ राधाकृष्णन महान शिक्षाविद् एवं बड़े दार्शनिक थे, जिन्हें स्वच्छ राजनीति का पर्याय माना जाता है। शिक्षा के क्षेत्र में मची आपाधापी की विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि शिक्षक छात्रों की अज्ञानता रूपी अंधेरा तथा उनके सभी कंफ्यूजन को दूर करते हैं। गुरु का महत्व सर्वोपरि है। डॉ आर एन चौरसिया ने समाज की सुख-समृद्धि तथा राष्ट्र के विकास में शिक्षकों की अहम भूमिका को रेखांकित करते हुए उन्हें राष्ट्र का निर्माता कहा। चरित्रवान आदर्श शिक्षक के प्रति छात्रों में स्वत: ही श्रद्धा जागृत होती है। उन्होंने कहा कि सादगी की ऊंची ज़िन्दगी जीने वाले महामानव डॉ राधाकृष्णन ने अपनी सरलता, सौम्यता और संस्कार के कारण हमारे आदर्श शिक्षक हैं। श्रोता उनके हाजिर जवाबी तथा भाषण से मंत्र मुक्त हो जाते थे। डॉ वसुंधरा रानी ने शिक्षक दिवस को खास दिन बताते हुए शिक्षक को मार्गदर्शक एवं राष्ट्र का धरोहर बताया। डॉ जी एम मिश्रा ने भी शिक्षक दिवस के महत्व तथा डॉ राधाकृष्णन के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला।
अध्यक्षीय संबोधन में जन सुराज पार्टी के दरभंगा ग्रामीण विधानसभा के संभावित उम्मीदवार डॉ जगत नारायण नायक ने मां को प्रथम गुरु बताते हुए कहा कि शिक्षक ही राष्ट्र की नींव का निर्माण करते हैं। अच्छे शिक्षकों के माध्यम से संस्कारित एवं सुयोग्य युवा- पीढ़ी का निर्माण संभव है। उन्होंने मां एवं शिक्षक पर आधारित कविता पाठ करते हुए इनके महत्वों पर भी प्रकाश डाला। इस अवसर पर उन्होंने अच्छी शिक्षा तथा बेहतर प्रशिक्षण देकर युवाओं को नौकरी एवं स्वरोजगार के माध्यम से आदर्श समाज निर्माण हेतु तन, मन एवं धन से हर संभव सहयोग का संकल्प व्यक्त किया। राष्ट्रगान से कार्यक्रम का समापन हुआ।