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स्कूल टीचर की ऐसी विदाई की पूरा गांव रो पड़ा,मध्यप्रदेश के ज़िला खरगोन के गाँव गवला के सरकारी स्कूल के शिक्षक 'नूरु खान' ने पूरे 43 साल लगातार सेवा दी और अब उनकी विदाई का समय आ गया।

1980 के दशक के अंत में बतौर शिक्षक उन्होंने अपना सफ़र शुरू किया। शुरुआत से ही उनका मानना था कि शिक्षा सिर्फ़ किताबों तक सीमित नहीं है।

उन्होंने बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ अनुशासन, संस्कार और जीवन के मूल्यों की शिक्षा दी वे घर-घर जाकर बच्चों को स्कूल लाने का प्रयास करते, कमजोर छात्रों को समय देकर समझाते और कभी यह नहीं होने देते कि कोई बच्चा शिक्षा से वंचित रह जाए।

विदाई समारोह का नज़ारा बेहद भावुक था फूलमालाएँ, भाषण, खास सम्मान और छात्रों सहित उनके अभिभावकों का अपनी नम आँखों से शुक्रिया अदा किया ।

जब वे हुए हैं, तो पूरा गाँव उन्हें विदा करने आया। यह सिर्फ़ एक विदाई नहीं थी, बल्कि शिक्षा को समर्पित एक जीवन का उत्सव था क्योंकि ऐसे गुरु ही हमारे राष्ट्र के निर्माता होते हैं।

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