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“शिक्षा की रोशनी से बिहार को जगमगाने वाली माला कुमारी ‘मालांशी’ को मिला राजकीय शिक्षक सम्मान 2025”

“शिक्षक दिवस पर मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री ने किया सम्मानित, शिक्षा जगत ने दी ढेरों शुभकामनाएँ”

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पटना :
गुरु का स्थान देवताओं से भी ऊपर माना गया है, और इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए माला कुमारी उर्फ माला त्रिपाठी मालांशी जी को उनके अमूल्य योगदान और निष्ठापूर्ण सेवाओं के लिए राजकीय शिक्षक सम्मान 2025 से नवाजा गया।

राजधानी पटना में आयोजित भव्य समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री ने संयुक्त रूप से माला कुमारी जी को यह सम्मान प्रदान किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा – “समाज को दिशा देने में शिक्षक की सबसे बड़ी भूमिका है। माला जी जैसी शिक्षिकाएँ ही हमारी नई पीढ़ी को संवारने का काम कर रही हैं।”
वहीं शिक्षा मंत्री ने कहा – “यह सम्मान केवल माला जी का नहीं, बल्कि पूरे शिक्षक समाज का सम्मान है।”

समारोह में मौजूद सभी शिक्षकों और विद्यार्थियों ने जोरदार तालियों से उनका अभिनंदन किया।


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🌹 शेरो-शायरी 🌹

"दीप जलाकर जो हर कोने को रौशन करता है,
गुरु वही है जो हर अंधेरे को खत्म करता है।"

"कलम से बदल सकता है जो समाज की तस्वीर,
ऐसे ही गुरु के कदमों में छिपा है भविष्य का नसीब।"

"माला जी ने शिक्षा को बनाया अपना धर्म और कर्म,
आज पूरे बिहार को उन पर है नाज और गर्व।"


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📌 यह सम्मान डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती (5 सितम्बर) यानी शिक्षक दिवस के अवसर पर दिया गया।
📌 सहकर्मी शिक्षकों, विद्यार्थियों और समाज के हर वर्ग ने माला त्रिपाठी ‘मालांशी’ जी को इस उपलब्धि पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ दीं।


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Report : Sanjeev Sameer

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