सूरत के छात्रों ने बनाई एआई स्मार्ट बाइक 'गरुडा। जो बिना राइडर के चल सकती है
इस बाइक के 50% पुर्जे कबाड़ से और बाकी 50% खुद स्टूडेंट्स ने ही तैयार किए हैं। बाइक तैयार करने में 1.80 लाख रुपए की लागत आई है। भगवान महावीर यूनिवर्सिटी के मैकेनिकल इंजीनियरिंग ब्रांच के शिवम मौर्य, गुरप्रीत अरोड़ा और गणेश पाटिल ने इस बाइक को 'गरुडा' नाम दिया गया है।
बिना राइडर के चलने वाली बाइक सेल्फ-बैलेंसिंग बाइक या सेल्फ-कंट्रोल बाइक होती है, जो खुद-ब-खुद अपना संतुलन बनाए रखती है और कमांड पर राइडर का पीछा भी कर सकती है. होंडा जैसी कंपनियां ऐसी बाइकें बना रही हैं और भविष्य में ये सड़कों पर दिख सकती हैं.
यह कैसे काम करती है?
सेल्फ-बैलेंसिंग तकनीक:
यह बाइक सेंसर और टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करती है, जिससे वह बिना स्टैंड के भी खुद खड़ी हो सकती है.
कमांड-फॉलो क्षमता:
राइडर के इशारे पर, यह बाइक खुद-ब-खुद राइडर के पीछे-पीछे चल सकती है.